चीन ने दी इस देश को खुलेआम धमकी, सामने तनकर खड़े हुए…

प्रवक्ता रन क्वोछ्यांग ने कहा कि दक्षिण चीन सागर और इसके आसपास के समुद्री क्षेत्रों में चीन की प्रभुसत्ता को ठेस नहीं पहुंचाई जा सकती है.

 

 

इसका पूर्ण ऐतिहासिक और क़ानूनी आधार है. चीन और आसियान देशों के समान प्रयासों से अब दक्षिण चीन सागर की स्थिति स्थिर बनी हुई है और इससे संबंधित वार्ता में सक्रिय प्रगति हुई है.

आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा था कि इस क्षेत्र में वाशिंगटन की नीति स्पष्ट है, उन्होंने कहा था कि दक्षिण चीन सागर में विवादित क्षेत्र ‘चीन का समुद्री साम्राज्य नहीं है’.

पोम्पिओ ने एक ट्वीट में कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका की नीति इस बारे में बिल्कुल साफ़ है. दक्षिण चीन सागर चीन का समुद्री साम्राज्य नही है.

चीनी प्रतिरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रन क्वोछ्यांग ने कहा कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर में गड़बड़ी करना चाहता है, लेकिन चीन दक्षिण चीन सागर की शांति व स्थिरता की रक्षा करेगा.

सैन्य प्रवक्ता रन क्वोछ्यांग ने कहा है कि हाल में अमेरिका ने मनमाने ढंग से चीन पर आरोप लगाया है और दक्षिण चीन सागर में सैन्याभ्यास करने के लिए विमानवाहक पोतों को भेजा. इससे अमेरिका का प्रभुत्ववाद देखा गया है.

चीन ने कहा है कि वह अमेरिका दक्षिण चीन सागर में ग़लत हरकत न करे और उत्तेजना फैलाने से बाज आए. चीन ने कहा कि दक्षिण चीन सागर और इसके आसपास के समुद्री क्षेत्रों में चीन की प्रभुसत्ता को ठेस नहीं पहुंचाई जा सकती है.

दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में तनाव घटने का नाम नहीं ले रहा है. बीते कई हफ़्तों से समंदर के बीचो-बीच अमेरिका और चीन (US and China tension) एक-दूसरे के सामने तनकर खड़े हैं. तनातनी के इस दौर में चीन ने एक बार फिर अमेरिको को चेतावनी दी है.