कोरोना को लेकर चीन ने दी ये बड़ी जानकारी, बताया 2011 में इसका…

वैज्ञानिकों का मानना है कि यह संक्रमण पशुओं के शरीर पर चिपकने वाले टिक जैसे कीड़े से मनुष्य में फैल सकता है व फिर इसका तेजी से प्रसार होने कि सम्भावना है।

वैसे, SFTS वायरस चाइना के लिए नया नहीं है। चाइना में 2011 में इसका पता चला था, लेकिन कोरोना संकट के बीच जिस तरह से इसके नए मुद्दे सामने आ रहे हैं उसने सभी की चिंता बढ़ा दी है।

हालांकि, एक महीने के उपचार के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने बोला है कि वायरस के कारण अब तक अनहुई व पूर्वी चाइना के झेजियांग प्रांत में कम से कम सात लोगों की मृत्यु हुई।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वायरस से पीड़ित एक महिला में पहले बुखार, खांसी जैसे लक्षण दिखाई दिए। इसके बाद जाँच में डॉक्टरों ने पाया कि उसके शरीर में ल्यूकोसाइट है व प्लेटलेट कम हो गए हैं।

वैसे, पूर्वी चाइना के जिआंगसु प्रांत में इस वर्ष की पहली छमाही में 37 से ज्यादा लोग SFTS वायरस के सम्पर्क में आए थे। इसके बाद 23 लोग पूर्वी चाइना के अनहुई प्रांत में संक्रमित पाए गए व अब यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।

चीन (China) के सरकारी मीडिया ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। टिक-जनित इस बीमारी के एक आदमी से दूसरे में फैलाने की संभावना को देखते हुए चाइना में अलर्ट जारी किया गया है।

कोरोना संकट (Coronavirus) के बीच चाइना से आई समाचार ने संसार को एक बार फिर से डरा दिया है। चाइना में संक्रामक बीमारी पैर फैला रही है। अब तक इस बीमारी से सात लोगों की मृत्यु हो चुकी है व 60 से अधिक संक्रमित बताये जा रहे हैं।