चीन कर रहा ये खतरनाक काम , वुहान लैब में मिला जानलेवा वायरस

रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि पांच टीम लीडरों में शि झेंगली और एक सीनियर सैन्य अधिकारी काओ वुचुन सैंपल खोजने के लिए गुफाओं में तक गए। अमेरिका के वेंडन इंस्टीट्यूट ऑफ बॉयोलॉजी ने भी आरोप लगाया है कि वायरस फैलाने में चीन की सेनाऔर नागरिक दोनों का हाथ है।

चीन पर आरोप है कि वुहान लैब से कोविड-19 फैला है। लेकिन वह इससे साफ मना कर रहा है। यहां तक की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा कि वुहान लैब से कोरोना वायरस नहीं फैला, बल्कि किसी जानवर से इंसानों में आया है।

अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन सेना के कई खुफिया प्रोजेक्ट नें वुहान लैब ने सहायता की है। साथ ही कई जानवरों के जानलेवा वायरस खोजे हैं। कहा जा रहा है कि पिछले 9 साल से लैब में साइंटिस्ट नए-नए वायरस की खोज और बीमारी फैलाने में शामिल डार्क मैटर पर अध्ययन कर रहे हैं।

इसमें सैन्य अधिकारी भी मददगार हैं। बता दें कि पिछले साल जनवरी में एक वैज्ञानिक ने जनरल प्रकाशित की थी। जिसमें कहा गया कि बीते तीन वर्ष में यहां 143 नई बीमारियों की खोज हुई है।

साल 2019 के अंत में कोरोना वायरस ने दुनिया में दस्तक दे दी थी। शुरूआत में लगा था यह मामूली फ्लू है चला जाएगा। लेकिन यह महामारी बन गया है।

कोविड-19 की उत्पत्ति को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। कोरोना वायरस के लिए चीन पर निशाना साधा जा रहा है। हालांकि चीन इसको लेकर इनकार कर रहा है। अब एक अंग्रेजी अखबर ने बड़ा खुलासा किया है।