अपनी करतूतों से बाज नही आया रहा चीन एक बार फिर से हिंदुस्तान को लगा …पार कर लिया….

चीनी विदेश मंत्रालय ने हिंदुस्तान से बोला है कि वह गालवन घाटी में तनाव कम करना चाहता है, लेकिन भारतीय सैनिकों ने एक बार फिर से जानबूझकर उकसावे के लिए असली नियंत्रण रेखा (एलएसी) को पार कर लिया, व वार्ता के लिए गए चीनी अधिकारियों व सैनिकों पर भी हमला किया।

इंडियन आर्मी के इस खतरनाक कदम ने सीमा मामले पर दोनों राष्ट्रों के बीच हुए समझौते व अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के मूल मानदंडों का गंभीर उल्लंघन किया है। हिंदुस्तान को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। हिंदुस्तान को वर्तमान स्थिति को गलत तरीका से नहीं लेना चाहिए व उसे क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा की चाइना की क्षमता को कम नहीं आंकना चाहिए।

साथ ही चाहता है कि उन लोगों को कड़ी सजा मिले, जो इसके लिए जिम्मेदार हैं। इसके अलावा, भारतीय सीमावर्ती सैनिकों को कठोर अनुशासन में रहना चाहिए व सभी भड़काऊ कार्रवाइयों को तुरंत रोकना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

चाइना अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह प्रत्यक्ष तौर पर भले ही शांतिपूर्ण निवारण की बात कर रहा हो, लेकिन मीडिया के जरिए वह हिंदुस्तान को धमकाने में लगा है।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपुल्स डेली (People’s Daily) के टेबलायड न्यूज़पेपर ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने हाल ही घटना के लिए नयी दिल्ली को दोषी ठहराया गया है। साथ ही यह भी बताने की प्रयास की गई है कि हिंदुस्तान को इस गतिरोध के गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, चीनी स्टेट काउंसलर व विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) ने सीमा विवाद के विषय में बुधवार को भारतीय विदेशमंत्री से बात की व उनसे बोला कि चाइना लद्दाख में LAC पर हुई घटना की गहन जाँच की मांग करता है।

ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीफ Hu XIJIN ने भी भारत-चीन टकराव को लेकर ट्विटर हैंडल से लिखा है है। उन्होंने धमकी भरे अंदाज में लिखा है, ‘भारतीय सोसाइटी कुछ गलत ख्यालों में है, जिसे वह समझ नही पा रही है। 1.यह भारतीय सैनिकों को LAC को पार करने से रोकने के लिए चाइना की शक्ति पर संदेह कर रहे हैं,