चीन ने तैनात की ये खतरनाक मिसाइल, कहा जंग के समय..

कुछ लोगों का कहना है कि अमेरिका को चीन की हरकतों का पता बहुत पहले ही चल गया था। इसीलिए अमेरिका ने यूरोप में तैनात अपनी सेना को यूरोप से एशिया की ओर कूच करने के आदेश जारी कर दिये हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने संभवतः इसीलिए मीडिया से कहा कि भारत और एशिया के लिए चीन को बड़ा खतरा है।

 

जनरल बक्शी के ट्वीट पर लोगों की प्रतिक्रिया थी कि भारत की ब्राह्मोस से घबराकर चीन ने रूस निर्मित S-400AD मिसाइलों को लद्दाख में तैनात करने फैसला किया है। हालांकि भारत को भी रूस बहुत जल्दी S-400AD मिसाइलों का डेवलप्ड वर्जन आपूर्ति करने वाला है।

ये भी बताया जा रहा है कि रूस ने S-400AD मिसाइलों को लद्दाख में तैनात न करने और भारत के खिलाफ उपयोग न करने की सलाह भारत को दी है। रूस पर्दे के पीछे रहकर चीन पर दबाव बना रहा है कि किसी भी तरह सीमा विवाद को शांत किया जा सके।

लेकिन इस समय चीन के अंदरूनी हालात ऐसे हैं कि अगर युद्ध न हुआ तो चीनी जनता शी जिनपिंग की कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ विद्रोह कर सकती है। अपने अंदरूनी विद्रोह की आग को दबाने के लिए चीन युद्ध करने पर आमादा है।

चीन एक ओर बातचीत के जरिए सीमा विवाद के हल की पहल करता है तो दूसरी ओर एलएसी पर अलग-अलग मोर्चे खोल रहा है। चीन की इन हरकतों पर पूरी दुनिया की नजरें हैं।

रूस और अमेरिका भी इन हालातों पर करीब से नजर रख रहे हैं। अमेरिका ने तो साफ तौर पर कह दिया है कि चीन से भारत को खतरा है। इसलिए वो अपनी सेना को एशिया में तैनात कर रहा है।

वहीं ऐसी भी खबरें आयी हैं कि चीन ने रूस से खरीदी गयी S400 बैटरी को लद्दाख सीमा की ओर बढ़ा दिया है। रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बक्शी ने देर रात ट्वीट किया कि चीन की पीएले ने S-400AD मिसाइलों को लद्दाख सीमा की ओर बढ़ा दिया।