चीन कर सकता है इस देश पर हमला, हथियारों के साथ सेना तैनात

इससे पहले अमेरिका ने चीन (China) को 21वीं सदी का सबसे बड़ा खतरा बताया था. चीन दक्षिण एशिया समेत दुनियाभर में अपने विस्तारवादी रवैये के कारण आलोचनाओं का सामना कर रहा है.

उसके ऐसा करने से कई देशों के सामने सामरिक खतरा भी पैदा हो गया है. अमेरिका भी इस बात को बेहतर तरीके से जानता है, जिसके चीन के साथ लंबे समय से तनावपूर्ण रिश्ते चल रहे हैं. पेंटागन (Pentagon) के एक शीर्ष कमांडर ने अमेरिकी सांसदों से कहा कि चीन 21वीं सदी में सबसे बड़ा एवं दीर्घकालीन सामरिक खतरा पैदा करता है.

मामले में बयान जारी कर ईस्टर्न कमांड के प्रवक्ता ने कहा, ‘पीएलए ईस्टर्न थियेटर कमांड ने बुधवार को यूएसएस जॉन फिन डिस्‍ट्रॉयर को ताइवान जलडमरूमध्य क्षेत्र में देखा, जिसके बाद बलों को भेजा गया, उसका (गाइडेड मिसाइल) का पीछा किया गया और निगरानी की गई. अमेरिका के इस कदम ने जानबूझकर क्षेत्रीय स्थिति को बिगाड़ा है.’

चीन ने अमेरिका के इस कदम की साफ शब्दों में निंदा की है. थियेटर कमांड के प्रवक्ता झांग चुनहुई (Zhang Chunhui) ने कहा है, चीन ने अमेरिका के उस कदम का दृढ़ता से विरोध किया है, जिससे जानबूझकर तनाव पैदा किया जा रहा है और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बिगाड़ा जा रहा है.

चीन और अमेरिका (China US Tensions) के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है. जहां चीन ताइवान पर अपना दावा करता है, तो वहीं अमेरिका ताइवान के साथ खड़ा दिखाई देता है.

अब चीन ने एक बार फिर ताइवान जलडमरूमध्य क्षेत्र में अमेरिकी नौसैन्य पोत की मौजूदगी से स्थिति बिगड़ने का आरोप लगाया है. चाइनीज पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) की ईस्टर्न कमांड ने गुरुवार को कहा है कि उसने अमेरिकी नौसेना के गाइडेड मिसाइल डिस्‍ट्रॉयर यूएसएस जॉन फिन (USS John Finn Destroyer) को ट्रैक कर उसकी निगरानी की है. इसे बुधवार को ताइवान जलडमरूमध्य में देखा गया था.