चीन और भारत के बीच अभी भी हो सकता ऐसा, जनरल नरवणे ने कही ये बड़ी बात

सेना प्रमुख ने इस बात को स्वीकार किया कि चीन और भारत के बीच अभी विश्वास में कुछ कमी है. उनका कहना था, “दोनों के बीच विश्वास में कमी है और जब तक वो कमी दूर नहीं हो जाती, हम इस बात पर नज़र रखेंगे कि एलएसी के दोनों तरफ़ क्या गतिविधियां हो रहीं हैं. लेकिन कुल मिलाकर हमने काफ़ी कुछ हासिल किया है.”

यह पूछे जाने पर कि क्या चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत के ख़िलाफ़ दो मोर्चों पर लड़ाई की शुरुआत कर सकता है, जनरल नरवणे का कहना था, “इस तरह की साठगांठ के कोई संकेत नहीं मिले हैं लेकिन भारत ने केवल दो को नहीं बल्कि ढाई मोर्चों को ध्यान में रख दूरगामी योजना बना रखी है.” सेना प्रमुख ने आधे मोर्चे का हवाला आंतरिक सुरक्षा के लिए दिया. उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख के देपसांग इलाक़े में, उत्तरी सीमा से लगे अन्य क्षेत्रों में कुछ मुद्दे बाक़ी हैं.

यह पूछे जाने पर कि क्या हमारे पास भविष्य में बातचीत करने के लिए कुछ बाक़ी है, जनरल नरवणे का कहना था, “देपसांग इलाक़े के लिए हमारे पास रणनीति है लेकिन वह रणनीति क्या होगी और समझौते पर क्या प्रगति होगी, यह देखना होगा.”

उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजीत मोहन ने कहा है कि मौजूदा दौर में ख़ामोश रहने का अधिकार सबसे उपयुक्त है. पिछले साल दिल्ली में हुए दंगों की जाँच-पड़ताल के सिलसिले में दिल्ली विधानसभा की शांति एवं सद्धाव समिति ने अजीत मोहन को गवाह के तौर पर पेश होने के लिए समन जारी किया था. अजीत मोहन ने इसको चुनौती दी थी.

बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में इसी मामले की सुनवाई के दौरान अजीत मोहन ने कहा कि दिल्ली विधानसभा को शांति एवं सद्भाव के मुद्दे की जाँच पड़ताल करने के लिए एक समिति गठित करने का कोई क़ानूनी अधिकार नहीं है.

बुधवार को ‘विवेकानंद इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन’ द्वारा आयोजित एक वेबिनार में सेना प्रमुख ने कहा कि पैगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से भारत और चीन की सेनाओं का पीछे हटना दोनों पक्षों के लिए लाभकारी स्थिति है.

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को यह महसूस होना चाहिए कि उन्होंने कुछ हासिल किया है.उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में अन्य लंबित मुद्दों के समाधान के लिए भी रणनीति बनाई गई है.

भारत के सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख के देपसांग इलाक़े के समाधान के लिए भारत ने अपनी रणनीति बना रखी है.