चाइना व अमरीका की जंग पहुंची यहाँ…दोनों देशो ने किया…

चीन के शोधकर्ताओं ने शुक्रवार को बताया कि इस वैक्सीन से लोग जानलेवा कोरोना वायरस से बच सकते हैं. एक अमरीकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में शुरुआती टेस्टिंग के आधार पर बोला गया कि जिन लोगों को यह वैक्सीन दी गई है.

 

उनमें दो सप्ताह के अंदर ही एंटीबॉडी सेल्स (Antibody cells) बन जाती हैं. इन्हें टी सेल बोला जाता है. बोला जा रहा है कि वैक्सीन का ट्रायल 108 लोगों के ऊपर हुआ, जिनमें 19-60 साल तक की आयु वाले लोग शामिल रहे.

इस परिणाम पर बोस्टन में बेथ इजराइल डिकन्से मेडिकल सेंटर ने टिप्पणी की. सेंटर के डायरेक्टर ऑफ वैक्सीन चिकित्सक डेनियल बारोच ने ये तो माना कि यह एक ‘आशाजनक’ डेटा है, लेकिन यह शुरुआती डेटा है. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें संसार में 53 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है.

कोरोना वायरस  ने महामारी के साथ-साथ ही दो महाशक्तियों चाइना व अमरीका के बीच एक ऐसे जंग की जड़ डाल दी है, जो हर दिन गहरी हो रही है.

एक तरफ अमरीका की दवा निर्माता मॉडर्न ने वैक्सीन के पहले फेज ट्रायल के पास होने की बात कही थी, इसके एक दिन बाद चाइना ने एक सुरक्षित वैक्सीन विकसित करने का दावा किया है.

इस जानलेवा संक्रमण को लेकर जो दोनों राष्ट्रों के बीच जो जंग प्रारम्भ हुई थी, वो अब वैक्सीन तक पहुंच गई है. दोनों देश कोविड-19 ( Covid-19 ) के लिए पास वैक्सीन का दावा कर रहे हैं.