जिस चौकी को हटाने के लिए जवानो ने किया संघर्ष, उसी पर चीन ने फिर खड़ा किया…

धोकेबाज चीन अब पूर्वी लद्दाख के कुछ नए हिस्सों में लामबंदी करने की कोशिश में लगा है, जो ये संकेत दे रहा है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी, दौलत बेग ओल्डी डेपसांग सेक्टरों में नया खूंटा गाड़ने की तैयारी में है।

इस बारे में सेटेलाइट की तस्वीरों से शंका और बढ़ गई है। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि चीनियों ने हिंसक संघर्ष वाली जगह फिर चौकी खड़ी कर ली है। इसी चौकी को हटाने के लिए भारत के 20 बहादुर जवान शहीद हो गए थे।

सिर्फ इतना ही बस नहीं है, चीन ने अब पूर्वी लद्दाख के कुछ नए हिस्सों में मोर्चा लगाने की तैयारी की है। अनुमान है कि चीनी अब डेपसांग सेक्टरों में नया मोर्चा खोलने की तैयारी में है। डेपसांग वहीँ इलाका है जहां पर चीन की सेना ने 2013 में घुसपैठ की थी।

हालंकि इस बारे में बताया जाता है कि चीन ने यहां 2016 से पहले ही बेस बनाए थे लेकिन अब सेटेलाइट तस्वीरों से पता चल रहा है कि यहां पर नए कैंप और वाहनों के लिए नए ट्रैक बनाए गए हैं। इतना ही नहीं इस बारे में जमीनी ट्रैकिंग भी की गई और इसमें भी यही पुष्टि हुई है।

भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में जिस चौकी को लेकर हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, उसी चौकी को चीनी सैनिकों ने फिर से खड़ा कर लिया है। विवाद के बाद हुई कोर कमांडर स्तर की बातचीत में दोनों पक्षों के बीच सीमाओं से पीछे हटने की सहमति बनी थी।

इस सहमती पर भारत के सैनिक सीमाओं में लौट गये थे लेकिन चीन अपनी धोखा देने की आदत से बाज नहीं आया। हालांकि भारत अब यह समझ चुका है कि चीन अपनी कही हुई बात पर नहीं टिकता इसलिए सेना ने भी अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली है।