चाइना के प्रति बदला ट्रंप का रवैया, किया यह

राष्ट्रपति ने यह भी बोला कि मौत दर में भी कमी आई है। इससे पहले दिन में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केयली मैकइनेनी (white house press secretary kayleigh mcenany) ने बोला कि राष्ट्रपति देश के लाखों लोगों के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के लिए टिकटॉक पर ध्यान केंद्रित किये हुए हैं। उन्होंने बोला कि चाइना के कानून के मुताबिक चीनी कंपनियों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे वहां की सुरक्षा व खुफियां सेवाओं के साथ योगदान करें जिससे कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीसीपी) तक विदेशी डेटा की पहुंच हो जाती है।

मैकइनेनी ने बोला कि ये कंपनियां अंतत: सीसीपी के प्रति जवाबदेह हैं जो अमेरिकी हितों को नजरंदाज करती है व अमेरिकी मूल्यों तथा व्यक्तियों के अधिकारों के खिलाफ है। राष्ट्रपति इस पर दृढ़ता से चाइना के विरूद्ध रूख अख्तियार करेंगे

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बोला कि अमेरिका में कोरोना वायरस (Covid-19) का प्रकोप होने के बाद उनके देश का रवैया चाइना के प्रति ”काफी बदला है।

” ट्रंप ने साथ में यह भी दोहराया कि चाइना को वुहान में ही इस जानलेना संक्रमण (Corona pandemic) को रोक लेना चाहिए था। ट्रंप ने कोविड-19 प्रकोप से निपटने को लेकर चीनी सरकार को पहले भी आड़े हाथ लिया है।

उन्होंने व्हाइट हाउस में मंगलवार को पत्रकारों से कहा, “ चीनी वायरस (chinese virus) हमारे प्रभावित होने के बाद से, मेरे ख्याल से हमारा रवैया चाइना को लेकर बहुत ज्यादा बदला है। उन्हें इसे रोकने में सक्षम होना चाहिए था। इसलिए हम अलग महसूस करते हैं। “

जॉन हॉपकिन्स कोरोना वायरस रिसोर्स सेंटर के मुताबिक, संसार भर में 1.80 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं व सात लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका इस महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित है। देश में 47 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं व मृतकों का आंकड़ा भी 1,56,000 से ज्यादा है।

बता दें कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति पिछले वर्ष दिसंबर में चीनी शहर वुहान में हुई थी। इसने संसार की अर्थव्यवस्था को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) का बोलना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) में गंभीर मंदी आने के इशारा हैं।