Budget 2019: कार्यकाल के पहले बजट में बच्चों की परवरिश में बढ़ते खर्च और टैक्स में…

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को पेश करेंगी। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इस बजट में कामकाजी महिलाओं को बड़ी राहत मिल सकती है। सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में कामकाजी महिलाओं को टैक्स में बड़ी राहत दे सकती हैं।

बच्चों की परवरिश में बढ़ते खर्च पर भी राहत मिलने की संभावना
सूत्रों के मुताबिक, बच्चों की परवरिश में बढ़ते खर्च पर भी राहत मिलने की संभावना है। वित्त मंत्रालय की कमान महिला मंत्री के हाथ में होने से तमाम महिलाओं को राहत की उम्मीद है। कामकाजी महिला के बच्चों की क्रेच फीस पर टैक्स छूट मिलने की संभावना है। दरअसल, क्रेच फीस पर टैक्स छूट अधिकतम 7500 रुपये तक हो सकती है। अधिकतम 2 बच्चों की क्रेच फीस छूट देने पर विचार किया जा रहा है।

टैक्स में मिल सकती है छूट

अंतरिम बजट में मोदी सरकार ने घोषणा की थी कि महिलाओं को बैंक से 40 हजार रु तक के ब्याज पर टैक्स नहीं लगेगा। ऐसी संभावना है कि एजुकेशन लोन के ब्याज पर टैक्स छूट की समय सीमा हट सकती है। महिलाओं को इस बजट से उम्मीदें काफी बढ़ी हुई हैं। नौकरीपेशा महिलाओं की मांग है कि इस बजट में आयकर सीमा बढ़ाई जाए।

निर्मला सीतारमण पेश करेंगी बजट

सस्ते ब्याज दर पर लोन लेकर कारोबार शुरू करने पर भी फैसला किया जा सकता है। बता दें कि पीएम मुद्रा योजना की लाभार्थियों में ज्यादातर महिलाएं ही हैं। मध्यम वर्ग की बात करें तो मोदी सरकार के बजट में मिडिल क्लास को भी राहत मिलने की उम्मीद है। दरअसल, बीते फरवरी महीने के अंतरिम बजट में तब के वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने नई सरकार में टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव के संकेत दिए थे। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि केंद्र सरकार पूर्ण बजट में आयकर छूट को लेकर कुछ फैसले ले सकती है।