मैनपुरी उपचुनाव में बसपा ने नहीं उतारा कोई प्रत्याशी, वजह जानकर चौक उठे लोग

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा (Mainpuri Lok Sabha Seat) और रामपुर-खतौली विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की ओर से कोई भी प्रत्याशी नहीं उतारा गया है। बताया गया है कि बसपा इस उपचुनाव में नहीं उतरेगी। वहीं सपा (SP) और भाजपा (BJP) की ओर से प्रत्याशियों का ऐलान हो चुका है।

वहीं वर्ष 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों से संबंधित एक मामले में भाजपा विधायक विक्रम सिंह को दोषी ठहराते हुए दो साल जेल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद खतौली में चुनाव कराना जाना था।

इसी सोमवार को समाजवादी पार्टी की ओर से मैनपुरी सीट पर मुलायम सिंह यादव की बहू डिंपल यादव ने नामांकन किया है। इस दौरान उनके साथ सपा प्रमुख और उनके पति अखिलेश यादव मौजूद रहे। डिंपल के नामंकन करते समय अखिलेश यादव भावुक हुए थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा था कि इस सीट से सपा का काफी जुड़ाव है, क्योंकि नेताजी मुलायम सिंह यादव पहले बार यहीं से सांसद चुने गए थे।

उत्तर प्रदेश में होने वाला मैनपुरी लोकसभा और रामपुर-खतौली विधानसभा उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि मैनपुरी लोकसभा सीट सपा का गढ़ रही है। मुलायम सिंह यादव यहीं से पहली बार सांसद बनकर देश की संसद में पहुंचे थे। वहीं रामपुर सदर विधानसभा सीट सपा के कद्दावर नेता आजम खान की थी। हेट स्पीट मामले में उन्हें दोषी करार के बाद सजा सुनाई गई थी। इसके बाद यह सीट खाली हुई थी। वहीं खतौली विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी भी दंगों से जुड़े एक मामले में दोषी ठहराए गए हैं।

भाजपा की ओर से मैनपुरी लोकसभा सीट पर रघुराज सिंह शाक्य को चुनाव मैदान में उतारा गया है। वहीं मुजफ्फरनगर के खतौली से राजकुमारी सैनी और रामपुर से आकाश सक्सेना को पार्टी प्रत्याशी बनाया है। यहां रामपुर सदर विधानसभा सीट सपा के कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खान को अयोग्य घोषित करने के बाद खाली हुई थी।