यूपी में ब्लैक फंगस महामारी घोषित, सीएम योगी ने जाहिर की चिंता

टीम ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि ब्लैक फंगस के उपचार की दवाएं हर जनपद में उपलब्ध करा दी गई हैं। निजी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज करा रहे रोगी भी सम्बन्धित मण्डलायुक्त को प्रार्थना पत्र देकर दवा प्राप्त कर सकते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में अब कोरोना के कुल एक्टिव मामलों की संख्या 1 लाख 03 हजार 276 है। 2 लाख 89 हजार 210 टेस्ट सम्पन्न किए गए हैं।
प्रदेश में अब तक 4 करोड़ 61 लाख 12 हजार 448 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। वहीं, बीते 24 घंटों ने 753 एमटी ऑक्सीजन वितरित की गई।
इसमें मेडिकल कॉलेजों में 443 एमटी ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। मेडिकल कॉलेजों में अब ढाई दिन तक का बैकअप हो गया है। होम आइसोलेशन के मरीजों को भी समुचित आपूर्ति कराई जा रही है।
योगी ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण दर लगातार कम हो रहा है। सभी गांवों में जागरूकता बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना पर विजय प्राप्त करने में चिकित्साकर्मियों, पुलिसकर्मियों, स्वच्छताकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, आशा बहनों सहित प्रदेश के प्रत्येक नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप प्रदेश सरकार ब्लैक फंगस के सभी मरीजों के समुचित चिकित्सकीय उपचार की व्यवस्था कर रही है।
केंद्र सरकार के निर्देशों के क्रम में कोविड की तर्ज पर ब्लैक फंगस को भी ‘अधिसूचित बीमारी’ घोषित किया जाए। इस सम्बंध में आदेश आज ही जारी कर प्रभावी करा दिया जाए। इसके दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए।
उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस के बढ़ते केसों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिंता जाहिर की है। शुक्रवार को उन्होंने मांग की कि इसे ‘अधिसूचित बीमारी’ घोषित किया जाए।
वहीं, कोविड प्रबंधन की तैयारियों को लेकर बैठक में टीम 09 के अधिकारियों ने बताया कि बीते 24 घंटे में कोरोना के 07 हजार 735 नए केस मिले हैं। वहीं, 17 हजार 668 डिस्चार्ज हुए हैं। रिकवरी दर 92.5 प्रतिशत हो गई है। बता दें कि गुरुवार को 06 हजार 725 कोरोना के केस मिले थे। आज लगभग एक हजार केस बढ़ गए हैं।