चुनाव से पहले योगी सरकार ने अखिलेश यादव को दिया बड़ा झटका, देख उड़े नेताओ के होश

यूपी की राजधानी लखनऊ में 19 दिसंबर को प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। उस वक्त योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि नुकसान की भरपाई प्रदर्शनकारियों से ही की जाएगी। जिस दिशा में फिलहाल उत्तर प्रदेश प्रशासन की तरफ से बड़ा कदम उठाया गया है।

 

सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर अमल करते हुए यूपी प्रशासन ने 13 लोगों से ₹21,68000 वसूलने का नोटिस जारी कर दिया है।

इन सभी आरोपियों के पास जुर्माने की धनराशि को जमा करने की अंतिम तारीख 16 मार्च है। हालांकि पुलिस अभी तक 7 आरोपियों के खिलाफ सबूत पेश नहीं कर पाई है। लेकिन पुलिस के पास पुख्ता जानकारी है कि प्रदर्शन के दौरान हुए नुकसान में इन 13 लोगों का हाथ था।

यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ के इस ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। गौरतलब है कि प्रदर्शन के दौरान अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ की कड़ी आलोचना की थी।

उन्होंने कहा था कि कोई भी मुख्यमंत्री प्रदर्शनकारियों से जुर्माने की राशि नहीं वसूल सकता। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी प्रदर्शनकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रही।

ऐसे में प्रदर्शनकारियों पर इतना भारी जुर्माना लगना समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका है। यूपी में सपा की यह एक बड़ी राजनीतिक हार मानी जा रही है।

योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मन्दिर के महन्त तथा राजनेता हैं एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री हैं।

इन्होंने 19 मार्च 2017 को प्रदेश के विधान सभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के बाद यहाँ के 21वें मुख्यमन्त्री पद की शपथ ली।

वे 1998 से 2017 तक भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और 2014 लोकसभा चुनाव में भी यहीं से सांसद चुने गए थे।

नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के दौरान नुकसान की भरपाई को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार काफी सख्त रुख अपना रही है।