कोरोना के चलते इस राज्य का हुआ बूरा हाल, मामला पहुचा एक लाख के पार…

कोरोना महामारी के कारण असमानता नस्ल और जेंडर के आधार पर भी दर्ज की गई है. जहां पुरुषों के मुक़ाबले महिलाओं की स्थिति अधिक बुरी है वहीं अमरीका में गोरों की तुलना में काले लोगों में कोरोना संक्रमण के मामले अधिक हैं.

 

27 देशों में बीबीसी के लिए ये सर्वे ग्लोबस्कैन ने जून 2020 में किया, जिस दौरान कई इलाकों में कोरोना संक्रमण के मामले सबसे अधिक आ रहे थे. इस सर्वे के लिए 27,000 से अधिक लोगों से कोविड-19 और उनके जीवन पर इसके असर के बारे में सवाल किए गए थे.

दुनिया के कई देशों में इस कारण लॉकडाउन लगाया गया जिसका देशों की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ा. ग़रीब देश और युवाओं का कहना है कि वो महामारी के कारण अपनी ज़िंदगी के सबसे बुरे दौर से गुज़र रहे हैं.

सर्वे में हिस्सा लेने वाले लोगों में से ग़रीब देशों में रहने वाले 69 फीसदी लोगों ने बताया कि उनकी आय में गिरावट हुई है. इसकी तुलना में अमीर देशों में रहने वाले 45 फीसदी प्रतिभागियों की आय में कमी होने की बात सामने आई है.

राज्य में शुक्रवार को कोरोना के मामले 10 लाख हो जाएंगे। अब तक 9 लाख 90 हजार 795 लोग संक्रमित हो चुके हैं। उधर, मुंबई के धारावी इलाके में 11 और मरीज मिले।

इसके साथ यहां कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2850 हो गई है। फिलहाल यहां सिर्फ 102 एक्टिव मरीज हैं। उधर, मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है। उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी।

कोरोना वायरस महामारी की मार पूरे विश्व की तुलना में ग़रीब देशों पर अधिक पड़ी है और इससे वैश्विक स्तर पर असमानता बढ़ी है. बीबीसी के एक सर्वेक्षण में ये बात सामने आई है.

11 मार्च को कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित करने के छह महीने बाद अलग-अलग देश महामारी से कैसे प्रभावित हुए हैं, ये समझने के लिए बीबीसी ने क़रीब 30,000 लोगों के बीच सर्वे किया.