अपने शब्दों से ही किसी बांध लेने वाली कहावत अगर किसी ऊपर खरी उतरती है तो के अतिरिक्त कोई व नहीं। इन्हें शब्दों का ‘जादू’गर सिर्फ उनके लेखन के लिए ही नहीं बोला जाता की चलती फिरती सुनहरे इतिहास किताब हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जावेद के बचपन का नाम ‘जादू’ था। आइए उनके 74वें जन्मदिन पर जानते हैं उनके इस अनोखे नाम का राज व उनके बारे में कुछ खास बातें
एक्टर भी हैं जावेद
क्या आप जानते हैं कि बॉलीवुड के गीतकार, भी हैं। जी हां बीते वर्ष में रिलीज हुई नवाजुद्दीन सिद्धीकी की फिल्म ‘मंटो’ में जावेद अख्तर ने एक छोटा लेकिन बहुत ज्यादा जरूरी भूमिकानिभाया था। इसके अतिरिक्त जावेद को थिएटर का भी बहुत ज्यादा शौक है।
असली नाम है ‘जादू’
हिंदी सिनेमा के लिए एक से एक बेहतरीन गाने लिखने वाले जावेद साहब ने ग़ज़ल को भी एक नया रूप दिया है। उनकी कलम का जादू कुछ इस कदर चला कि लोग उनके गीतों के दिवाने हो गए। स्क्रिप्ट राइटर, गीतकार, शायर व कवि जावेद साहब का जन्म 17 जनवरी 1945 को जान निसार अख़्तर साहब के घर हुआ था। पिता मशहूर गीतकार थे व मां सैफिया अख़्तर गायिका-लेखिका थीं। बचपन से ही जावेद उसी माहौल में रहे हैं, ऐसे में शब्दों से खेलना उनके लिए कोई कठिन कार्य नहीं था। वो बचपन से कविताएं व गाने लिखा करते थे।
स्कूल में लिखते थे लव लेटर
यह बात जावेद ने ही एक साक्षात्कार में बताई थी कि स्कूल में उनके दोस्त उनसे लव पत्र लिखवाया करते थे। क्योंकि बचपन से ही जावेद के पास शब्दों की महकती ताकत थी।
सलीम जावेद ने लिखी कई फिल्में
सलीम खान व जावेद अख़्तर की मुलाकात सरहदी लुटेरा के सेट पर हुई थी। इस फिल्म में सलीम खान हीरो थे व जावेद क्लैपर ब्वॉय थे। सलीम-जावेद की जोड़ी ने 24 फिल्में साथ लिखीं है, जिनमें से 20 सुपरहिट रहीं। लेकिन किसी कारण से फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ के बाद सलीम-जावेद की जोड़ी टूट गई।
सिलसिला ने बनाया गीतकार
यह बात कम ही लोग जानते हैं कि जावेद को शायरी का शौक था। लेकिन उनके शायर को फिल्मी गीतकार में बदला फिल्ममेकर यश चोपड़ा ने। जी हां जावेद अख्तर के भीतर बैठे गीतकार को यश चोपड़ा ने पहचाना भी व मौका भी दिया। बतौर गीतकार उनकी पहली फिल्म रही सिलसिला रही।
वहीं अगर उनके व्यक्तिगत ज़िंदगी की बात करें तो बता दें, उन्होंने 1972 में हनी ईरानी से विवाह की थी। हनी भी एक पटकथा लेखिका थीं, लेकिन दोनों की यह विवाह लंबे वक्त तक नहीं चल पाई व दोनों 1978 में अलग हो गए। इस दौरान उनकी नजदीकियां बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना आजमी के साथ बढ़ गईं थी व उन्होंने 1984 में शबाना आजमी से विवाह कर ली।
हनी ईरानी व जावेद अख्तर के दो बच्चे फरहान अख्तर व जोया अख्तर हैं। फरहान व जोया दोनों ही डायरेक्टर व एक्टर हैं। जावेद अख्तर को उनके कार्य के लिए 5 बार नेशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।