बसंत पंचमी : पहने पीले वस्त्र , मां सरस्वती को अर्पित करें खिचड़ी, फिर मिलेगा ये लाभ

चावल की खीर: ज्यादातर पारंपरिक पर्व खीर बिना अधूरी होती है. इसके लिए आपको सोनाचूर चावल, दूध, चीनी और ड्राइ फ्रूट की जरूरत पड़ेगी.

राज भोग: यह सबसे बड़ा बंगाली डिश है. चीनी की चासनी में छेना को डूबोकर यह भोग बनाया जाता है. मान्यताओं के अनुसार मां सरस्वती को यह प्रसाद काफी पसंद है.

इसके लिए आपको गाय का दूध, मैदा, चीनी, पानी, सोने के रंग का खाने वाला रंग, केसर, काठ बादाम, काजू और किशमिश के टूकड़ों की जरूरत पड़ती है.

मूंग दाल की खिचड़ी: मूंग दाल की खिचड़ी सरस्वती पूजा, दुर्गा पूजा समेत अन्य हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों का महत्वपूर्ण भोग है. इसे बनाने के लिए आपको सामग्री के तौर पर सोनाचूर चावल, घी, जीरा, मूंग दाल, धनिया पॉउडर, हींग और पानी की जरूरत पड़ेगी. आपको बता दें कि सेहत के लिहाज से भी यह काफी लाभकारी है.

16 फरवरी 2021 को बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा देशभर में मनाई जाएगी. इस पर्व का प्राकृतिक के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है. सरस्वती पूजा को लेकर कई मान्यताएं भी हैं. जहां इस दिन पीले और सफेद वस्त्र पहनने की परंपरा है.

वहीं, पीले भोग भी मां सरस्वती को अर्पित की जाती है. कुछ खास भोग है जो सरस्वती मां को काफी पसंद है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खिचड़ी, राज भोग, चावल की खीर, बुंदिया या लड्डू व मिक्स सब्जी भी शामिल है. आइए जानते हैं विस्तार से के लिए बने रहें Prabhat Khabar के साथ.