बुरी खबर : चीन ने इस देश पर दागी मिसाइलें, छोड़ना शुरू किया…, चेतावनी जारी…

चीनी वायुसेना के शेनयांग जे-11 व चेंगदु जे-10 लड़ाकू विमानों प्रातः काल नौ बजे इस हरकत को अंजाम दिया है. पहले इन विमानों को मौखिक चेतावनी जारी की गई. बाद में ताइवान को विवश होकर अपने लड़ाकू विमानों को भेजना पड़ा.

 

ताईवान पर करीब चार दशक में ये किसी उच्च पदस्थ अमरीकी पदाधिकारी का यह पहला दौरा है. इस दौरान एजार ताईवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन से मिले.

वे यहां पर तीन दिवसीय दौरे पर हैं. बताते चलें कि चाइना ताइवान को अपनी मुख्य धरती का टुकड़ा मानता है. ऐसे में किसी उच्च स्तरीय विदेशी प्रतिनिधि का यहां पर आना उसे खल रहा है.

एजार का यह दौरा ऐसे समय में है, जब अमरीका व चाइना के बीच तनाव चरम पर है. उनके दौरे को बीजिंग के लिए एक बड़ा कूटनीतिक झटका माना जा रहा है.

चाइना से ताइवान की आजादी की दृढ़ समर्थक ताइवानी राष्ट्रपति त्साई इंग वेन के अनुसार एजार का दौरान अमरीका व ताइवान के संबंधों को नयी उच्चाई पर ले जाएगा.

वाशिंगटन व ताइपे के बीच योगदान में व कामयाबी हासिल हो सकेगी. एजार का दौरा 2018 के ताइवान यात्रा अधिनियम से लागू हुआ है जो वॉशिंगटन को दशकों बाद उच्चतर स्तर का अधिकारी भेजने के लिये प्रोत्साहित करता है.

चाइना (China) व ताइवान (Tiwan) के बीच विवाद के संभावना नजर आने लगे हैं. चाइना लगातार उसकी सीमा में घुसपैठ की प्रयास कर रहा है.

सोमवार चाइना ने अपने लड़ाकू विमानों को ताइवान के हवाई क्षेत्र में बहुत ज्यादा अंदर तक भेज दिया. इस हरकत से खफा ताइवान ने एंटी एयरक्राफ्ट (Antiaircraft) मिसाइलें दागी व फाइटर जेट भेजा.

इस कार्रवाई के बाद चाइना के विमान सीमा से बाहर निकल गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीनी विमानों ने बेहद संवेदनशील क्षेत्र को पार कर लिया था. उन्होंने ताइवान स्ट्रेट के मेडियन लाइन को कुछ देर के लिए पार किया था.