बुरा फंसी शिवसेना व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, नागरिकता संशोधन विधेयक पर जब खुल के कही ये बात तो…

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने बुधवार (11 दिसंबर) को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को राज्यसभा की मंजूरी मिलने पर खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना पर निशाना साधा. बता दें कि शिवसेना ने लोकसभा में इस विधेयक को समर्थन दिया था, लेकिन राज्यसभा में इसपर मतदान नहीं किया. वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी नागरिकता विधेयक पर मतदान के दौरान वॉक आउट को लेकर शिवसेना की खिंचाई की.

क्या कहे फडणवीस: पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बोला कि उन्हें शिवसेना पर तरस आ रहा है, जिसने सत्ता के लालच में विचारधारा से समझौता किया. बताते चलें कि शिवसेना ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी व एनसीपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई है. बता दें कि इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने भी संसद में शिवसेना नेता संजय राउत की तरफ संकेत करते हुए बोला था कि सत्ता के लिए लोग कैसे-कैसे काम कर सकते हैं, कभी सोचा ना था.

कांग्रेस नेता का तंज: कांग्रेस पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के नेता रत्नाकर महाजन ने बुधवार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर मतदान के दौरान राज्यसभा से बहिर्गमन को लेकर शिवसेना की खिंचाई की. उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण… क्या संजय राउत का विधेयक पर सम्बोधन इस मामले पर शिवसेना के भ्रम का इशारा है या सभी विकल्पों को खुला रखने का विचार है? स्पष्टीकरण के नाम पर कार्यवाही का बहिष्कार करने का उनका कदम बचाव लायक नहीं है व यह मानना बेवकूफी होगी कि उसे नहीं समझ आया कि बहिष्कार करने से सत्ता में विराजमान पार्टी को मदद मिलेगी.’’

एनसीपी का रिएक्शन: हालांकि, इन सबके बीच प्रदेश में सत्ता में विराजमान गठबंधन की अन्य साझेदार एनसीपी ने बोला कि वोटिंग का बहिष्कार करके शिवसेना ने यह संदेश दिया कि वह प्रस्तावित कानून के विवादास्पद पहलुओं पर बीजेपी जैसे विचार नहीं रखती है. एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘‘उनके (शिवसेना) वॉकआउट का मतलब था कि वह विधेयक के मामले पर बीजेपी जैसे विचार नहीं रखते हैं.’’