अयोध्या (Ayodhya) की सुरक्षा एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे को दिया गया है। एडीजी आशुतोष पांडे को अयोध्या का नोडल ऑफिसर बनाया गया है।
प्रातः काल से ही एडीजी आशुतोष पांडे अयोध्या के संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण कर रहे हैं। थोड़ी देर में ही उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) का अयोध्या टकराव (Ayodhya case) पर निर्णय आने वाला है। ऐसे में जिला प्रशासन सुरक्षा में किसी भी तरह की कोई कोताही बरतने की प्रयास नहीं कर रहा है।
अयोध्या की सुरक्षा में 60 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स, पीएसी, आरएएफ, 1200 सिपाही, 250 सब इंस्पेक्टर, 20 डिप्टी एसपी, 10 ड्रोन, 35 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। अयोध्या की सीमाएं बैरिकेट्स कर सील कर दी गई है। चार पहिया, दो पहिया वाहनों को अंदर नहीं आने दिया जा रहा है।
अयोध्या मठ मंदिरों में जो श्रद्धालु रह गए थे उन्हें महंत-संतों के माध्यम से अपने गंतव्य तक भेजने की बात कही जा रही है। हालांकि एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे का बोलना है कि अयोध्या में जो श्रद्धालु है उनको किसी को कोई परेशानी नहीं है।
श्रीरामलला व अन्य मंदिरों में दर्शन पूजन-पाठ हो रहा है। अयोध्या की सुरक्षा में पर्याप्त मात्रा में फोर्स लगाई गई है। सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है व एडीजी आशुतोष पांडे ने अपील की है की अफ़वाह पर ध्यान नहीं दिया जाए। उन्होंने बोला कि उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला उसका सम्मान करें व कोई रिएक्शन कहीं भी जाहीर नहीं करें।