(Ayodhya case) का निर्णय आने वाला है इससे पहले बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) के पक्षकार इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) ने बोला कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद आज (9 नवंबर) से हिन्दू-मुस्लिम टकराव का अंत हो जाएगा।
इकबाल अंसारी ने बोला कि निर्णय जो कुछ भी होगा हम उसका सम्मान करेंगे। निर्णय के मद्देनजर अंसारी ने बोला कि सभी नेता व समाज के अगुवाई करने वाले वर्ग यही संदेश दे रहे हैं कि न्यायालय का निर्णय माना जाएगा व उस निर्णय को लेकर कोई भी ऐसी बात न की जाए जिससे किसी को तकलीफ हो।
अंसारी ने बोला कि शीर्ष न्यायालय जो भी निर्णय करेगी, हमें मान्य होगा। उन्होंने बोला कि यह कोई जीत-हार का निर्णय नहीं है, बल्कि इससे तो दोनों समुदायों के बीच का द्वेष समाप्त हो जाएगा।
आपको बता दें कि अयोध्या मुद्दे में उच्चतम न्यायालय आज प्रातः काल 10:30 बजे अपना निर्णय सुनाएगा। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस शरद अरविंद बोबडे, जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस डीवाय चंद्रचूड़ व जस्टिस एस अब्दुल नजीर की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ मुद्दे पर निर्णय सुनाएगी। दरअसल, उच्चतम न्यायालय ने 16 अक्टूबर को सभी पक्षों को सुनने के बाद अपना निर्णय सुरक्षित रखा लिया था।
यह देश का सबसे पुराना मुद्दा है व इस मुद्दे में 40 दिनों तक नियमित सुनवाई हुई थी। यह उच्चतम न्यायालय के इतिहास में अब तक की दूसरी सबसे लंबी चली सुनवाई थी। सबसे लंबी सुनवाई का रिकॉर्ड 1973 के केशवानंद भारती केस का है, जिसमें 68 दिनों तक सुनवाई चली थी।
उत्तर सरकार ने निर्णय के मद्देनजर अयोध्या समेत सारे प्रदेश में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी है। वहीं यूपी के सभी स्कूल-कॉलेजों सहित सभी शिक्षण संस्थान को 9 नवंबर से सोमवार 11 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। वैसे 12 नवंबर को गुरुनानक जयंती के उपलक्ष्य में छुट्टी होने के कारण स्कूल-कॉलेज अब 13 नवंबर को ही खुल पाएंगे। हालांकि बताया जा रहा है कि प्रदेश में स्थिति को देखते हुए छुट्टी बढ़ाई भी जा सकती है।