मूंछ पर ताव देकर अतीक अहमद बोला ऐसा , UP में एंट्री से पहले…

मेश पाल हत्याकांड को लेकर इन दिनों चर्चित यूपी के माफिया डॉन अतीक अहमद ने गुजरात से यूपी जाते समय मध्य प्रदेश में कुछ हिम्मत दिखाई। अहमदाबाद से निकलते वक्त ‘हत्या की आशंका’ जता चुके अतीक ने यहां ना सिर्फ मूंछ पर ताव दिया बल्कि यह भी कहा कि उसे डर नहीं लगता है। काला कुर्ता और सफेद गमछे की पगड़ी बांधे अतीक ने चेहरे के हाव-भाव से भी ऐसा दिखाने की कोशिश की कि वह डरा हुआ नहीं है।

उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद का काफिला सोमवार सुबह मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश करते हुए शिवपुरी के रामनगर टोल प्लाजा से गुजरा। यहां सुबह करीब 6.30 बजे अतीक अहमद को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बैन से वॉशरूम के लिए नीचे उतारा गया। इस दौरान अतीक मूंछ पर ताव देते हुए दिखा। यहां मीडियाकर्मियों ने सवाल किया कि क्या वह डरा हुआ है। पहले तो वह चुप रहा, लेकिन बार-बार सवाल पूछने पर उसने पहले ना में गर्दन हिलाई और बोला- काहे का डर।

अहमदाबाद में साबरमती केंद्रीय जेल से बाहर निकलने के बाद माफिया अतीक अहमद ने रविवार को आशंका जताई कि उसकी हत्या की जा सकती है। अहमद को जब जेल से बाहर पुलिस वैन में ले जाया जा रहा था, तब उसने वहां मौजूद पत्रकारों से कहा, ‘हत्या, हत्या।’ जब पत्रकारों ने पूछा कि उसे पुलिस वैन में ले जाया जा रहा है, तो उसे डर क्यों लग रहा है, अहमद ने कहा, ‘मुझे इनका प्रोग्राम (योजना) मालूम है… हत्या करना चाहते हैं।’

इससे पहले, उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम रविवार शाम को माफिया अतीक अहमद को गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती केंद्रीय जेल से लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुई। अतीक इस जेल में जून 2019 से बंद था। अधिकारियों ने बताया कि अतीक को एक अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा, जो 28 मार्च को अपहरण के एक मामले में आदेश पारित करने वाली है, जिसमें वह आरोपी है।

मध्यप्रदेश की सीमा की बात करें तो राजस्थान के कोटा होते हुए बारां जिले के बाद राजस्थान के आखरी बॉर्डर कस्वा थाने कस्बे को पार करते हुए मध्यप्रदेश की सीमा में दाखिल हुआ। मध्यप्रदेश की सीमा में लगभग अतीक अहमद को ले जाने वाला काफिला लगभग एक 130 किलोमीटर का सफर तय किया गया।

शिवपुरी के करैरा और दिनारा कस्बे से सटे हुए फोरलेन से होते हुए यूपी के झांसी जिले में जाएगा। यह काफिला गुजरात से होकर राजस्थान, मध्यप्रदेश होते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करेगा। यह काफिला गुजरात से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज तक लगभग 1300 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।