असम और मिजोरम की सीमा पर हुआ ये , जल्द होगी दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री की मुलाकात

मिजोरम के मुख्यमंत्री ने कहा, हम विवादों को सुलझाना चाहते हैं और असम से भी इसी तरह की उम्मीद रखते हैं कि. मिजोरम के मुख्यमंत्री ने कहा हम मुद्दे को सुलझाने के लिए हिंसा में आरोपियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने की अपील कर रहे हैं. इस मामले पर उन्होंने टि्वटर पर लिखा, कि अच्छे माहौल में बातचीत हो, इसलिए एफआईआर वापस लेने का फैसला लिया गया है.

इस हिंसा की वजह से दोनों राज्यों के बीच के हालात और खराब हो गये थे. इस हिंसा के लिए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाये.

दोनों राज्यों के बीच बढ़ते तनाव को देखकर केंद्र ने भी मामले में हस्तक्षेप किया है. दोनों राज्यों ने सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 306 के पास तटस्थ केंद्रीय बलों की तैनाती पर सहमति व्यक्त की थी.

दोनों राज्य के मुख्यमंत्री इस मामले पर स्थायी सामाधान चाहते हैं. असम सरकार के प्रवक्ता पीजूष हजारिका ने इस पूरे मामले पर कहा, हम इस विवाद का स्थायी समाधान चाहते हैं.

हम चाहते हैं कि हमारी जमीन हमारे पास रहे और उनकी जमीन उनके पास रहे. केंद्र सरकार को एक समाधान के साथ आना चाहिए, जिसका हम स्वागत करेंगे.

दोनों राज्य के मुख्यमंत्री इस समस्या का शांति से सामाधान चाहते हैं इसके बावजूद भी समय- समय पर हिंसा की खबरें आती रहती हैं. 26 जुलाई को असम और मिजोरम की सीमा पर हुए विवाद के दौरान गोलीबारी में असम के 6 पुलिसकर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई थी. इस मामले में 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जिसमें असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा भी शामिल है.

असम और मिजोरम की सीमा पर अब स्थिति सामान्य है. जल्द ही दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री की मुलाकात होगी. इस मुलाकात में, इस पूरे विवाद का हल निकालने की कोशिश होगी. अशोख सिं असम के आवास और शहरी मामलों के साथ सिंचाई मंत्री हैं.

सिंघल ने इस पूरे मामले पर कहा कि वह असम गण परिषद (AGP) के अध्यक्ष के साथ मिजोरम जायेंगे और मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे. इस समस्या का हल निकालना जरूरी है और इसी मुद्दे पर मिजोरम के मुख्यमंत्री से चर्चा होगी.