सीसगंज गुरुद्वारे में पीएम मोदी ने टेका मत्था, कहा – हम कभी नहीं भूल सकते…

पंजाब सरकार ने राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण 400वें प्रकाश पर्व समारोह को वर्चुअल तरीके से मनाने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शनिवार को इस कार्यक्रम में वर्चुअल तरीके से शिरकत करेंगे.

पंजाब सरकार की ओर से इस कार्यक्रम का वर्चुअल लिंक भी शेयर किया गया है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज सुबह 11:35 से 12:45 के बीच इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.

सीसगंज गुरुद्वारे का निर्माण सिखों ने उस जगह पर किया था, जहां उनकी हत्या की गई थी. सिख धर्म के 10 गुरुओं में नौवें गुरु तेग बहादुर का जन्म 1621 में हुआ था.

मुगल बादशाह औरंगजेब के आदेश पर 24 नवंबर 1675 को दिल्ली में उनकी हत्या कर दी गई थी. उन्होंने उस वक्त हिन्दुओं, सिखों, कश्मीरी पंडितों और गैर मुस्लिमों का इस्लाम में जबरन धर्मांतरण का विरोध किया था.

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाशोत्सव के विशेष अवसर पर मैं उन्हें नमन करता हूं. उनके साहस और हाशिए के लोगों के प्रति उनकी सेवा के प्रयासों के लिए दुनिया भर में उन्हें सम्मान दिया जाता है. उन्होंने अन्याय और अत्याचार के सामने झुकने से इनकार किया था. उनका सर्वोच्च बलिदान कई लोगों को शक्ति और प्रेरणा देता है.”

सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर के 400वें ‘प्रकाशोत्सव’ के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हम उनके जीवन और आदर्शों को कभी नहीं भूल सकते और उनका महान बलिदान कई लोगों को प्रेरणा और शक्ति देता है.

पीएम मोदी ने प्रकाशोत्सव के मौके पर दिल्ली के सीसगंज गुरुद्वारा जाकर मत्था टेका. इस मौके पर पीएम मोदी बिना कोई सिक्योरिटी रूट तय किए और बिना विशेष सुरक्षा इंतजाम के गुरुद्वारा पहुंचे.