रातो – रात महाराष्ट्र सरकार ने किया ये बड़ा फेरबदल , 65 अफसरों का हुआ ट्रांसफर

मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिली विस्फोटक से भरी गाड़ी के मामले से जुड़े मनसुख हीरेन की हत्या के मामले की जांच के बाद कई राज से पर्दा उठ रहा है। महाराष्ट्र एटीएस को मंगलवार को को दमन में एक गाड़ी मिली है।

इस गाड़ी का उपयोग सचिन वाजे ने किया था। इसके साथ ही जांच में ये भी सामने आया है कि वाजे फर्जी आधार कार्ड दिखाकर एक फाइव स्टार होटल में रुका हुआ था।

मिली जानकारी के अनुसार दमन से जो वॉल्वो कार बरामद की गई है उसकी लताश एनआईए को भी थी। इस गाड़ी को जब्त कर जांच शुरू कर दी गई है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी कार मिलने के कुछ दिन बाद मनसुख हीरेन का शव मिला था, जांच के बाद पता चला कि उसकी हत्या हुई है।

बता दें कि अधिकारियों और अफसरों के ट्रांसफर के आदेश मुंबई के जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस की ओर से जारी किए गए हैं। सूत्रों ने जानकारी दी कि जिन लोगों का क्राइम ब्रांच से ट्रांसफर हुआ है, वे सचिन वाझे के करीबी माने जाते हैं।

दरअसल इन लोगों पर सीनियर अफसरों को बाईपास कर सचिन वाझे से संपर्क करने के आरोप थे। नए ट्रांसफर आदेश के अनुसार सचिन वाझे के करीबी माने जाने वाले एपीआई रियाजुद्दीन काजी को लोकल आर्म्स यूनिट में भेज दिया गया है।

महाराष्ट्र (Maharastra) सरकार ने अपने अधिकारियों के पोस्टिंग में फेरबदल की है। सरकार ने मुंबई पुलिस (Mumbai Police) में बड़ा फेरबदल करते हुए 86 अफसरों और कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक इनमें 65 अधिकारी मुंबई क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) के हैं, जिसमें एंटीलिया (Antilia) मामले में विवादित अफसर सचिन वाझे की तैनाती थी।

एनआईए द्वारा सचिन वाझे की गिरफ्तारी के बाद से माना जा रहा है कि सरकार ने उसके करीबी अफसरों को क्राइम ब्रांच से हटाया है। सरकार ने जिन अधिकारियों का ट्रांसफर किया है, उनमें पीआई, एपीआई और पीएसआई लेवल के अफसर शामिल हैं।