अशोक गहलोत और सचिन पायलट आमने-सामने , 11 मई को शुरू होगा ये…

राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर अशोक गहलोत और सचिन पायलट आमने-सामने हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद पायलट ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के भाषण को सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं, बल्कि वसुंधरा राजे हैं।

पायलट ने 11 मई से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर 5 दिन का यात्रा निकालने का ऐलान किया। उनकी यह यात्रा अजमेर से जयपुर तक जाएगी। 5 दिन में 125 किमी की पैदल यात्रा की घोषणा पायलट ने की। उन्होंने कहा कि वह करप्शन का मुद्दा उठाते रहेंगे।

पायलट ने अशोक गहलोत के उन आरोपों को खारिज किया जिनमें उन्होंने कहा था कि सरकार गिराने के लिए कांग्रेस के कुछ विधायकों ने भाजपा से पैसे लिए थे। पायलट ने कहा कि जो लोग 30-40 साल से सार्वजनिक जीवन में हैं उन पर चंद पैसों के लिए बिक जाने का आरोप लगा देना गलत है। उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए वरिष्ठ नेता हेमाराम का उदाहरण दिया और कहा कि उन्होंने सार्वजनिक कामों के लिए 100-100 करोड़ की जमीन तक दान कर दी है। उन्होंने यह भी पूछा कि यदि विधायकों ने पैसे लिए तो तीन साल तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई।

पायलट ने कहा, ‘मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए।’