फांसी के दिन करीब आते ही निर्भया के दोषीयो ने खोला ये बड़ा राज, कहा हमें एक और…

तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया, “कोर्ट से डेथ-वारंट जारी होने के बाद जो कानूनी प्रक्रिया अमल में लानी चाहिए हम वो सब अपना रहे हैं.

 

इसी के तहत चारों मुजरिमों से तिहाड़ जेल प्रशासन ने उनकी अंतिम इच्छा भी कुछ दिन पहले पूछी थी. अभी तक चार में से किसी ने भी कोई जबाब नहीं दिया है.

संदीप गोयल ने कहा, “जेल प्रशासन ने चारों मुजरिमों से पूछा था कि डेथ-वारंट अमल में लाए जाने से पहले वे किससे किस दिन किस वक्त जेल में मिलना चाहेंगे? संबंधित के नाम, पते और संपर्क-नंबर हो तो लिखित में जेल प्रशासन को सूचित कर दें. ताकि वक्त रहते अंतिम मिलाई कराने वालों को जेल तक लाने का समुचित इंतजाम किया जा सके.”

जेल महानिदेशक के मुताबिक, “नियमानुसार दूसरी बात यह पूछी गयी थी चारों से कि क्या उन्हें अपनी कोई चल-अचल संपत्ति अपने किसी रिश्तेदार, विश्वासपात्र के नाम करनी है? अगर ऐसा है तो संबंधित शख्स/रिश्तेदार का नाम पता भी जेल प्रशासन को उपलब्ध करा दें. गुरुवार तक चार में से किसी भी मुजरिम ने फिलहाल दोनों ही सवालों का जबाब नहीं दिया है. जैसे ही उनका जबाब मिलेगा, जेल प्रशासन उसी हिसाब से इंतजाम शुरू कर देगा.”

निर्भया के मुजरिमों को फांसी पर लटकाये जाने का ‘डेथ-वारंट’ जारी होने के बाद से, चारों दोषी ‘चुप्पी’ साधे बैठे हैं. जेस प्रशासन के मुताबिक दोषी शांत हैं और किसी से ज्यादा बात भी नहीं कर रहे हैं. अभी तक चार में से किसी भी मुजरिम ने तिहाड़ प्रशासन के पूछे जाने के बाद भी यह नहीं बताया है कि उनकी अंतिम इच्छा आखिर है क्या-क्या है?