यही नहीं चाइना ने अमेरिका को ऐसा करके अपना वक्त नहीं बर्बाद करने की नसीहत दी। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बोला कि यह नहीं भूलना चाहिए कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी यानी सीपीसी के नेतृत्व में ही चाइना के नागरिकों ने इस महामारी का मुकाबला करने में सफलता पाई है।
प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बोला कि अमेरिकी नेता चाइना की सियासी व्यवस्था (Chinese political system) पर सवाल उठा रहे हैं जिसको स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
अमेरिकी नेता दुर्भावना से सीपीसी व चाइना के नागरिकों के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसमें समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।
प्रवक्ता हुआ चुनयिंग अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के विभिन्न मसलों पर की गई चाइना की आलोचनाओं का जवाब दे रही थीं। सनद रहे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व पोम्पिओ ने आरोप लगाए हैं कि कोरोना वायरस चाइना के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलोजी से निकला है।
हुआ चुनयिंग ने बोला कि चाइना व अमेरिका को एक दूसरे का दुश्मन नहीं बनना चाहिए। दोनों ही राष्ट्रों को इस महामारी के विरूद्ध लड़ाई में सहयोगी की किरदार निभानी चाहिए।
कोरोना का मुकाबला करने के लिए सियासी मतभेद दूर रखे जाने चाहिए क्योंकि ज़िंदगी सबसे महत्वपूर्ण है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के इस आरोप पर कि चाइना ने बहुत बड़ी गलती की है।
पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ती जा रही कोरोना वायरस की समस्या से आज के समय में हर कोई परेशान है वहीं इस वायरस के बढ़ते प्रकोप व महामारी की चपेट में आने से आज न जाने ऐसे कितने लोग है जिनकी जाने जा चुकी है, वहीं हाल ही में अमेरिका ने चाइना पर कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी न देने के कई संगीन आरोप लगाए थे।
जिसके बाद चाइना ने शुक्रवार को कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका पर करारा पलटवार करते हुए इसे सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी व चाइना के नागरिकों के बीच फूट डालने की प्रयास करार दिया।