झड़प के बाद हाई अलर्ट पर सेना, निपटने के लिए तैयार

सूत्रों के हवाले से बताया कि इस घटना में चीन का भी एक कमांडिंग अफसर मारा गया है, जो कि झड़प की अगुवाई कर रहा था. बॉर्डर के पास हुए तनाव के बाद बड़ी संख्या में एम्बुलेंस, स्ट्रेचर पर घायल और मृत चीनी सैनिकों को ले जाया गया. बताया जा रहा है कि चीन के करीब 40 से अधिक सैनिक हताहत हुए हैं. हालांकि, चीन ने अभी तक कोई स्टेटमेंट नहीं जारी किया है.

 

सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक, लोकल कमांडर को फ्री हैंड कर दिया गया है, ताकि मौजूदा हालात को देखते हुए वो तत्काल एक्शन ले सके. सूत्रों का कहना है कि अब ITBP को आर्मी कंट्रोल में दिया जा सकता है. उधर, उत्तराखंड के जोशीमठ में सेना का मूवमेंट बढ़ गया है, सीमा पर ITBP की और टुकड़ियां भेजी गईं हैं.

झड़प के करीब 36 घंटे बाद पहली बार भारत की तरफ से बयान जारी हुआ. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ मीटिंग की. रक्षा मंत्री ने उसके बाद कहा, ‘गलवान में सैनिकों ने अदम्य साहस दिखाया.

देश उनकी शहादत को कभी नहीं भूलेगा.शहीदों के परिवार के साथ पूरा देश खड़ा है.’पूर्वी लद्दाख (Ladakh) के गलवान घाटी (Galwan Valley) में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए.

पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया है. इस घटना के बाद LAC पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. लिहाजा को हाइएस्ट अलर्ट पर रखा गया है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने तीनों सेनाओं को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है.