लद्दाख में जवानों से मिले सेना प्रमुख, दिया ये आदेश

जनरल नरवणे अपने दौरे के पहले दिन बुधवार को 15/16 जून की रात को चीनी सेना के साथ गलवान घाटी के खूनी संघर्ष में घायल सेना के जवानों से भी लेह अस्पताल में जाकर मिले थे।

 

उपचाराधीन जवानों के साथ नरवणे ने बातचीत करते हुए गलवान घाटी में हुई पूरी घटना की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने बहादुर जवानों का उत्साह भी बढ़ाया और उनके साहस की सराहना की। आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल से भी मुलाकात की।

इस दौरान नॉर्दन आर्मी कमांडर और 14 वीं कोर कमांडर भी मौजूद थे।​ चीन के साथ चल रहे विवाद के चलते ​​सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ​ने ​चीन के साथ दो दौर की वार्ता करने वाले 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह से अब तक हुई प्रगति के बारे में जानकारी ली।

लेफ्टिनेंट जनरल ने उन्हें चीन के दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर मेजर जनरल लिन लियू के साथ 22 जून को हुई दूसरे दौर की बैठक के बारे में जानकारी दी।जनरल एमएम नरवणे आज पूर्वी लद्दाख के फॉरवर्ड एरिया में गए और जवानों से मिलकर उनके साहस को सराहा।

आर्मी चीफ ने ऑपरेशनल तैयारियों का भी जायजा लिया। उनके साथ उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल केके जोशी भी थे। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने आज पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीनी सैनिकों के साथ लड़ने वाले सैनिकों को प्रशंसा पत्र प्रदान किया। भारतीय और चीनी सैनिकों ने पैंगोंग त्सो झील, फिंगर क्षेत्र और गैलवान नदी घाटी में हिंसक रूप से सामना किया है।

पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सेना की तैयारियों को परखने और अब तक चीनी सेना के साथ हुई वार्ता की समीक्षा करने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे ​​सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद ​​नरवणे ने ​गुरुवार को लद्दाख में आगे के क्षेत्रों का दौरा किया और जमीन पर परिचालन की स्थिति की समीक्षा की। ​उन्होंने उच्च मनोबल के लिए सैनिकों की सराहना की और उन्हें उत्साह के साथ ​डटे रहने के लिए प्रेरित किया​​।

​​​​