पृथ्वी पर मंडराने लगा एक और खतरा , चीन ने किया ऐसा…

लॉन्‍च क‍िए जाने के बाद रॉकेट समुद्र में पहले से निर्धारित जगह पर गिरने की बजाय धरती के चक्‍कर लगाने लगा था। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब चीन कोई रॉकेट अंतरिक्ष में अनियंत्रित हुआ है।

मई 2020 में भी लॉन्‍ग मार्च 5बी रॉकेट का मुख्‍य हिस्‍सा आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था। इसका मलबा अटलांटिक महासागर में गिरा था। चीन 2021 के अंत तक स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन शुरू करने की तैयारी में है। अभी यह मुकाम सिर्फ रूस और अमेरिका को ही हासिल हुआ है।

अभी अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ही सक्रिय है। चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (सीएएसटी) में अंतरिक्ष के उप मुख्य डिजाइनर बाई लिन्होउ बताते हैं कि तियांहे मॉड्यूल अंतरिक्ष केंद्र तियानगोंग के प्रबंधन एवं नियंत्रण केंद्र के रूप में काम करेगा इसमें एक साथ तीन अंतरिक्ष यान खड़ा करने की व्यवस्था है।

अंतरिक्ष पर अपना एकछत्र राज्य स्थापित करने के दुस्साहस में चीन एक के बाद एक रॉकेट लॉन्च कर रहा है। यह बेकाबू रॉकेट कहां गिरेगा, अभी स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन आशंका है जब यह पृथ्वी से टकराएगा, तो भारी तबाही आएगी।

चीन ने यह रॉकेट गुरुवार को लॉन्च किया था। पृथ्‍वी के चक्‍कर लगाने ऑब्‍जेक्‍ट की निगरानी करने वाले खगोलविद जोनाथन मैकडोवेल बताते हैं कि अभी सैटलाइट का रास्‍ता न्‍यूयॉर्क, मैड्रिड, पेइचिंग से उत्‍तर की ओर और दक्षिण में चिली तथा न्‍यूजीलैंड की ओर ले जा रहा है। यह समुद्र में या जहां कम जनसंख्या है, वहां कहीं भी गिर सकता है।

हालांकि यह रॉकेट जैसे ही पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा, वो काफी हद तक जलकर नष्ट हो जाएगा। सैटलाइट ट्रैकर के मुताबिक, 100 फुट लंबा यह रॉकेट अंतरिक्ष में बनाए जाने वाले चीन के स्‍पेस स्‍टेशन का पहला हिस्‍सा भेजा था। इस मॉड्यूल का नाम तियान्हे (Tianhe) रखा गया है। चीनी भाषा में इसका मतलब जन्नत का महल कहलाता है।

कोरोना का संकट अभी टला भी नहीं कि पृथ्वी पर एक और खतरा मंडराने लगा है। चीन का एक रॉकेट लांग मार्च बी (Long March 5b rocket) आउट ऑफ कंट्रोल होने से भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है।

यह रॉकेट 4 मील प्रति सेकंड की स्पीड से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि यह रॉकेट न्यूयॉर्क, मैड्रिड या पेइचिंग किसी भी शहर में गिरकर तबाही ला सकता है। 21 टन वजनी यह रॉके अंतरिक्ष में कंट्रोल से बाहर हो गया है। आशंका जताई जा रही है कि यह 8 मई के आसपास पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा।