इस देश में कोरोना की चपेट में आ रहे जानवर, रिपोर्ट निकल रही पॉजिटिव

कोरोना वायरस टेस्ट किट को रविवार के दिन राष्ट्रपति ने दोषपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि; “कोरोना वायरस टेस्ट किट्स ने बकरी और पावपाव (पपीता) से लिए गए नमूनों पर सकारात्मक परिणाम दिए।

सरकार को पहले से ही कोरोना वायरस प्रकोप के बारे में मौन रहने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है। इसके पहले सरकार ने तंजानिया के नागरिकों को कोरोना वायरस देश से दूर रहे इस मकसद से प्रार्थना करने कहा था। अब उनके बयान”किट में तकनीकी खामियां थीं।” ने नई बहस को जन्म दिया है।

मैगुफुली ने तंजानिया के उत्तर-पश्चिम के चाटो में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा, कोविड-19 परीक्षण किट को विदेश से आयात किया गया था। हालांकि उन्होंने इस बारे में आगे और कोई विवरण नहीं दिया।

राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने तंजानिया के सुरक्षा बलों को किट की गुणवत्ता की जांच करने का निर्देश दिया है। जिन्होंने रैंडमली गैर मानव सैंपल एकत्रित किये थे। इसमें पावपाव, एक बकरी और एक भेड़ के सैंपल शामिल रहे। हालांकि इन गैर मानवीय सैंपल्स को मानवीय नाम और आयु वर्ग में विभाजित कर विशेष पहचान दी गई थी।

इसके बाद इन नमूनों को कोरोना वायरस मौजूदगी के परीक्षण के लिए तंजानिया की प्रयोगशाला में जमा किया गया था। सैंपल गैर मानवीय है इस बारे में लैब को जानबूझकर अनभिज्ञ रखा गया।इस बारे में राष्ट्रपति ने कार्यक्रम में कहा कि

“फल पावपाव और बकरी के नमूने कोविड-19 परीक्षण में पॉजिटिव मिले। इसका मतलब है कि कुछ लोगों को परीक्षण में पॉजिटिव बताया गया जबकि वास्तव में वे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थे।”

तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन मैगुफुली ने उनके देश में आयात की गईँ कोरोनो वायरस परीक्षण किटों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने यह कहकर खलबली मचा दी कि बकरी और पावपाव फल में कोविड-19 के रिजल्ट पॉजिटिव मिले हैं।

तंजानिया के राष्ट्रपति ने कहा कि; “पावपाव और बकरी के नमूने कोविड -19 परीक्षण में पॉजिटिव मिलने का मतलब है कि यह संभावना थी कि कुछ लोगों का परीक्षण पॉजिटिव किया जा रहा था जबकि वे वास्तव में कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थे।”