सरकार ने अचानक लागू किया ये, कहा 48 घंटों में लोगो को…

कुल्लू-मनाली, शिमला-रामपुर, रामपुर-किन्नौर, चंबा-भरमौर और औट-बंजार-सैंज नेशनल हाईवे पर यातायात ठप रहा है । राजधानी शिमला का शुक्रवार को भी यातायात बुरी तरह बाधित है। शहर की मुख्य सड़क पर बसों की आवाजाही अभी भी बहाल नहीं हो पाई है।

बीसीएस, खलीनी की ओर बसों की आवाजाही आईएसबीटी टूटीकंडी से हो रही है। कुल्लू जिले में लगभग 350 बिजली के ट्रांसफार्मरों के साथ करीब 100 सड़कें और डेढ़ दर्जन पेयजल स्कीमें जाम हो गई हैं। परिवहन सेवाएं भी पटरी पर नहीं लौटी हैं।इसके साथ शिमला के चौपाल, कुपवी के लिए ऑन ट्रायल एचआरटीसी ने वाया पांवटा बस भेजी। रामपुर, किन्नौर, रिकांगपिओ के लिए वाया बसंतपुर दोपहर बाद बसें भेजी गईं। हिमाचल में एचआरटीसी के 300 बस रूट यातायात के लिए बाधित हैं।

हिमाचल में भारी बर्फबारी से आधे हिमाचल में 48 घंटों से व्हाइट कर्फ्यू लगा हुआ है। वही हजारों पर्यटक प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में फंसे हुए हैं। एक व्यक्ति की ठंड से और एक की फिसलकर गिरने से मौत हो गई। वही दो दिनों से शिमला, कुल्लू, चंबा, मंडी के कई इलाकों के अलावा लाहौल और किन्नौर जिले देश-दुनिया से कटे हुए हैं।

इसके अलावा परिवहन, बिजली और पानी सेवाएं ठप हैं। राजधानी शिमला समित बर्फीले क्षेत्रों में सड़कें शीशा बनी हैं। पेड़ गिरने से बिजली के सैकड़ों ट्रांसफार्मर जल गए। इसके साथ बर्फबारी के बाद खिली धूप ने लोगों की दुश्वारियां और बढ़ा दी हैं। इसके अलावा पाइपों में पानी जमने से पेयजल संकट गहरा गया है।

राज्य में पांच एनएच समेत 835 से अधिक सड़कें बंद हैं। शिमला जोन सबसे ज्यादा 642, मंडी 139 और कांगड़ा जोन की 49 सड़कें ठप पड़ी हैं। लोक निर्माण विभाग के नेशनल हाईवे विंग के साथ बीआरओ मार्ग बहाली को सड़कों पर उतर गया है।