राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने चीन, ताइवान व एक हिंदुस्तान के तस्कर को अरैस्ट कर 21 किलो सोना बरामद किया है जिसकी मूल्य करीब 7.62 करोड़ रुपए है।
यह कीमती धातु ताइवान व हांगकांग से तस्करी कर हिंदुस्तान लाया गया था व यहां दिल्ली के करोलबाग में एक ज्वैलर को बेचा गया था। सोना घर में प्रयोग होने वाली चीजें व वाटर प्यूरीफायर (पानी का शुधिकरण यंत्र) में छिपाकर लाया गया था।
डीआरआई को जानकारी मिली कि कुछ लोग सोने की तस्करी में शामिल हैं व दिल्ली के ज्वैलर्स को बेचने के लिये सोना हिंदुस्तान ला रहे हैं। इसी जानकारी के आधार पर DRI की टीम ने दीवाली से पहले 21 अक्टूबर को दिल्ली के पॉश इलाके में बने एक फ्लैट में छापेमारी कर एक ताइवानी नागरिक व एक भारतीय को अरैस्ट किया।
दोनों की गिरफ्तारी से पता लगा कि सोना तस्करी के इस रैकेट का मुखिया एक चीनी नागरिक है, व वहीं हिंदुस्तान में सोना तस्करी के इस गैंग को चला रहा है। उसी के बाद जाल बिछा कर उसे हिंदुस्तान आने पर विवश किया गया व 4 नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट से उसे हिरासत में लिया गया।
जांच में पता चला कि हिंदुस्तान में सोना तस्करी में दो रैकेट कार्य कर रहे हैं। एक रैकेट चाइना का नागरिक चला रहा है व दूसरा रैकेट ताइवान का नागरिक। जाँच में पता चला कि ताइवान के तस्कर रैकेट ने कुरियर के जरिये वाटर प्यूरीफायर में सोना छिपा कर हिंदुस्तान भेजा था जिसे हिंदुस्तान में रैकेट के लिये कार्य कर रहे तस्करों ने निकाला व फिर दिल्ली के करोल बाग के ज्वैलर को बेच दिया।
ठीक इसी तरह का एक रैकेट DRI ने पिछले वर्ष नवंबर में पकड़ा था जो चाइना से सोना तस्करी कर हिंदुस्तान ला रहे थे। सोना बैग की चेन व ऐशट्रे (राखदानी) में छिपाकर लाया गया था। इस मुद्दे में DRI ने चार चीनी नागरिक समेत 7 लोगों को हिरासत में लिया था।
चीन, ताइवान व हांगकांग हिंदुस्तान में सोना तस्करी करने का एक बड़ा हब बना हुआ है व यहां पर बहुत से रैकेट ई-कॉमर्स व घर में प्रयोग होने वाली चीजों में सोना छीपा कर तस्करी कर रहे हैं।