गृहमंत्री अमित शाह ने संसद के उच्च सदन राज्यसभा में जम्मू और कश्मीर के हालातों पर विस्तृत जानकारी दी. सासंदों के सवालों का जवाब देते हुए शाह ने बोला कि घाटी में स्थिति सामान्य है व किसी भी हिस्से में कर्फ्यू जैसे दशा नहीं हैं.
वहीं कांग्रेस पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद ने जब बोला कि आज के जमाने में इंटरनेट व स्वास्थ्य की आवश्यकता ज्यादा है. पड़ोसी देश 1947 से है, हम भी मुख्यमंत्री रहे हैं कुछ ही दिनों के लिए इंटरनेट बंद रहता था लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि साढ़े तीन महीने तक इंटरनेट बंद कर दिया जाए.
इस सवाल का जब अमित शाह जवाब देने लगे तो गुलाम नबी आजाद ने आंकड़ों को लेकर टोका-टिप्पणी की. जिस पर पलटवार करते हुए अमित शाह ने बोला कि अगर गुलाम नबी आजाद इन आंकड़ों को चैलेंज करते हैं तो मैं जिम्मेदारी के साथ बोलता हूं कि सारी जिम्मेदारी मेरी है. आप रिकॉर्ड पर कहिए कि ये आंकड़ा गलत है. इस मसले पर मैं घंटों की चर्चा के लिए भी तैयार हूं.
अमित शाह ने गुलाम नबी आजाद को लेकर राज्यसभा के सभापति वेकैया नायडू को संबोधित करते हुए बोला कि मैं नहीं चाहता था कि इतिहास में जाऊं लेकिन वो ( गुलाम नबी आजाद ) मुझे घसीट कर ले जा रहे हैं, अब उन्होंने बोला तो मुझे जवाब देना होगा. अब अगर वो नहीं रुके तो आप (उपराष्ट्रपति) मुझे नहीं रोक सकते, उनको सहा अब मुझे भी सहन कर लीजिए.