अमित शाह ने राहुल गांधी को दी खुली चुनौती, कहा डरते नहीं…

अमित शाह ने कहा, ”पार्लियामेंट होनी है, चर्चा करनी है तो आइये करेंगे। 1962 से आज तक दो-दो हाथ हो जाएंगे। राहुल गांधी इस समय एक छिछली सोच वाली राजनीति में शामिल हैं, चीन के मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं।”

 

वह राहुल गांधी को सलाह नहीं दे सकते हैं, यह उनके पार्टी नेताओं की काम है। कुछ लोगों की वक्रदृष्टि होती है ऐसे लोग सही में भी हमेशा गलत ढूंढते हैं।

आगे उन्‍होंने कहा कि, कोरोना से भारत अच्छी तरह से लड़ा है और हमारे नंबर बाकी देशों से अच्छे हैं। इसके अलावा कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ये बा भी कही-

इसी दौरान अमित शाह ने कोरोना और सीमा पर जारी तनाव को लेकर कहा कि, साफ कर दूं कि पीएम मोदी की अगुवाई में भारत दोनों ही लड़ाई जीतने जा रहा है, भारत सरकार कोरोना से बहुत अच्छी से लड़ रही है।

अमित शाहइंदिरा जी के बाद क्या गांधी परिवार के अलावा भी कोई अध्यक्ष रहा है, किस लोकतंत्र की वे बात कर रहे हैं। मैंने किसी कोरोन संकट के समय किसी भी तरह की राजनीति नहीं की है, मैं बीते 10 सालों से 25 जून के दिन ट्वीट करता हूं।

आपातकाल को लोगों को हमेशा याद रखना चाहिए, क्योंकि इसने लोकंतत्र की जड़ों पर हमला किया। किसी भी नागरिक या राजनीतिक कार्यकर्ता को भूलना नहीं चाहिए।

पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनावपूर्ण माहौल व LAC पर गलवान घाटी में हुई झड़प में 20 जवानों की शहादत के बाद से सियासत घमासाम अब जोरों पर आ गया है, क्‍योंकि अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संसद में बहस की खुली चुनौती दी है।

गृहमंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, वह चर्चा से नहीं डरते। राहुल गांधी कभी भी संसद में भारत-चीन पर बात कर सकते हैं, लेकिन जब जवान चीन का सामना कर रहे हैं, उस वक्त ऐसे बयान नहीं देने चाहिए, जिससे पाकिस्तान और चीन को खुशी हो।