कोरोना वायरस के बीच अब दुनिया में आई ये नई बीमारी, सिर्फ बच्चे हो रहे शिकार

यह पता नहीं चल पा रहा है कि यह कुछ ही बच्चों को क्यों निशाना बना रही है। चिल्ड्रंस हॉस्पिटल कोलोराडो के डॉ सीन ओ लीरी ने कहा कि अगर बच्चा बीमार दिखता है .

 

तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। कुछ मरीज बहुत गंभीर स्थिति में लाए गए हैं जिनमें लो ब्लड प्रेशर और तेज बुखार की शिकायत थी। कुछ ऐसे भी हैं.

जिनके कोरोनरी आर्टरी की समस्या है।कुछ मरीजों में टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम जैसे लक्षण देखने को मिले हैं। उन्हें पेट दर्द, उल्टी और डायरिया की शिकायत है।

उनके शरीर और सीने में भारी जलन है। मरीजों को इमुनोग्लोबिन दिया जा रहा है जिससे इम्यून सिस्टम में जलन कम करने में मदद मिलती है। साथ ही उन्हें स्टेरॉइड और साइटोकाइन ब्लॉकर्स भी दिया जा रहा है।

ओ लीरी ने कहा कि यह बीमारी यूरोप से शुरू हुई थी और वहां से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि अधिकांश बच्चे इससे उबर जाएंगे। लेकिन द लांसेट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक 14 साल के एक किशोर की इस बीमारी के कारण मौत हो गई है। फ्रांस, इटली और स्पेन में भी इस बीमारी के मरीज सामने आए हैं।

शोधकर्ताओं का कहना है कि इससे बच्चों में कई दिनों तक तेज बुखार रहता है। पेट में दर्द होता है और बार-बार उल्टी आती है।शरीर और सीने में भारी जलन । डायरिया की शिकायत।

लो ब्लड प्रेशर और तेज बुखार की शिकायत हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में प्रोफेसर जेन न्यूबर्गर का कहना है कि इसके अभी तक बहुत कम मामले आए हैं लेकिन संख्या लगातार बढ़ रही है। डॉक्टर और वैज्ञानिक अभी इसकी तह में जाने की कोशिश कर रहे हैं.

कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप अभी थमा नहीं था कि एक रहस्यमय बीमारी ने कई देशों में दस्तक दे दी है। अमेरिका और यूरोप के कई देशों में इसके मामले सामने आए हैं।

ब्रिटेन में इस बीमारी से एक बच्चे की मौत के बाद चिकित्सा जगत में हड़कंप मच गया है । इस बीमारी को पीडिएट्रिक मल्टी-सिस्टम इनफ्लेमेट्री सिंड्रोम नाम दिया गया है। इसे कोविड-19 से जोड़कर देखा जा रहा है। ब्रिटेन में कम से कम 64 बच्चे और किशोर इस बीमारी से जूझ रहे हैं।