कोरोना वायरस के बीच इस देश में हुआ आतंकी हमला, 40 लोगों की हुई मौत

सरकारी अधिकारियों ने कहा कि काबुल में यह हमला मंगलवार सुबह हुआ, जब पुलिस की वर्दी पहने कम से कम तीन बंदूकधारी दश्त-ए-बरची अस्पताल में दाखिल हुए और वे अस्पताल में गोली चलाने लगे और ग्रेनेड फेंकने लगे. इसके बाद सुरक्षा बलों ने दोपहर तक हमलावरों को मार गिराया.

 

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमलावर बिना किसी कारण के इस अस्पताल में किसी को भी गोली मार रहे थे. यह एक सरकारी अस्पताल है और बहुत सारे लोग अपनी महिलाओं और बच्चों को इलाज के लिए यहां लाते हैं.

बता दें कि अस्पताल का प्रसूति वार्ड अंतरराष्ट्रीय मानवीय संगठन डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (Doctors Without Borders) की देख रेख में चलाया जाता था.

आंतरिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरीन ने कहा कि अस्पताल से 100 महिलाओं और बच्चों को निकाल लिया गया है.

उन्होंने बताया कि हमले में 15 लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं, पुरूष और बच्चे शामिल हैं. तीन विदेशी नागरिकों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है.

कोरोनावायरस के इस संकट भरे समय में अफगानिस्तान में मंगलवार का दिन बेहद बुरा रहा है. देश की राजधानी काबुलऔर नानगरहर  में दो हमलों में करीब 40 लोगों की मौत गई है. किसी भी आतंकी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है.

दरअसल पहली घटना राजधानी काबुल की है जहां हथियारबंद आतंकवादियों ने दश्त-ए-बारची अस्पताल के प्रसूति वार्ड में हमला कर दिया.

इस हमले में चार नवजात बच्चों सहित 16 लोगों की मौत हो गई है. अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है.