इस देश की एयर डिफेंस को मजबूत करेगा अमेरिका, हथियारों और सैन्य उपकरण…

अमेरिका ने ताइवान को 9.5 करोड़ डॉलर की हथियारों और सैन्य उपकरण सेवाओं की बिक्री को मंजूरी दे दी है, ताकि द्वीप की अमेरिकी निर्मित मिसाइल रक्षा प्रणाली को बनाए रखने में मदद मिल सके.पेंटागन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग ने ताइवान को पैट्रियट हवाई सुरक्षा प्रणाली के सहायक उपकरण, प्रशिक्षण और अन्य वस्तुओं की संभावित बिक्री के लिए 9.5 करोड़ डॉलर यानी लगभग सात अरब रुपये के सौदे में मंजूरी दे दी है.

चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है और पिछले कुछ समय से उसने ताइवानी समुद्री सीमा में गतिविधियां बढ़ा दी हैं. इस पर लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई ताइवान सरकार ने शिकायत की है कि चीन उस पर संप्रभुता स्वीकार करने के लिए सैन्य दबाव डाल रहा है.

ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश मानता है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाल ही में ताइवान के साथ “पूर्ण एकीकरण” के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. पेंटागन ने कांग्रेस को एक अधिसूचना में कहा जिस पैकेज को मंजूरी दी गई है उसमें पैट्रियट हवाई सुरक्षा प्रणाली और संबंधित उपकरणों की ट्रेनिंग, योजना, तैनाती, संचालन और रखरखाव शामिल होंगे

अधिसूचना के मुताबिक, “यह प्रस्तावित बिक्री अपने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और एक विश्वसनीय रक्षात्मक क्षमता बनाए रखने के लिए हासिल करने वाले देश के लगातार प्रयासों का समर्थन करके अमेरिकी राष्ट्रीय आर्थिक और सुरक्षा हितों की मदद करती है” यूक्रेन जैसा हाल हिंद-प्रशांत में नहीं होने देंगेः क्वॉड इसमें आगे कहा गया, “प्रस्तावित बिक्री प्राप्तकर्ता के मिसाइल घनत्व को बनाए रखने और हवाई संचालन के लिए तत्परता सुनिश्चित करने में मदद करेगी. हासिल करने वाला देश इस क्षमता का इस्तेमाल खतरों के लिए एक निवारक के रूप में और मातृभूमि की रक्षा को मजबूत करने के लिए करेगा” ताइवान और अमेरिका के बीच आधिकारिक कूटनीतिक रिश्ते नहीं हैं. मगर अमेरिका उसका सबसे मजबूत सहयोगी है. वह ताइवान को हथियारों की भी आपूर्ति करता है. चीन, अमेरिका और ताइवान के रिश्तों का विरोधी है. वह ताइवान को अपने और अमेरिका के बीच का सबसे संवेदनशील मुद्दा बताता है.