अमेरिका ने तैयार किया ये स्पेशल प्लान, कहा चीन को पूरी तरह…

चाइना पर वायरस के बारे में झूठ बोलने के लिए प्रतिबंध लगाया जाए। चाइना को उनके अत्याचारी मानवाधिकार रिकॉर्ड के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।

 

महामारी को संभालने के लिए एक संगठन का गठन किया जाए जो कि संसार के राष्ट्रों पर नजर रख सके।चीन के विरूद्ध पेश किए गए इस प्लान में उसे मिलिट्री, आर्थिक, कूटनीतिक हर मोर्चे पर पूरी तरह से फेल करने की प्रयास की गई है।

इसके एक अंश में हिंदुस्तान को भी हिस्सेदार बनाया गया है। प्लान में बोला गया है किअमेरिका को अपने क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ सैन्य संबंधों को गहरे करने चाहिए।

भारत, ताइवान व वियतनाम के साथ सैन्य डील को बढ़ावा दिया जाए ताकि चाइना को मात दी जा सके। चीन में अमेरिका की मैनुफकचरिंग कंपनियों को वापस बुलाया जाए व धीरे-धीरे सप्लाई के लिए चाइना पर निर्भरता को समाप्त किया जाए।

सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए तत्काल 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद दी जाए। चाइना को अमेरिका की तकनीक चुराने से रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाएं।

अमेरिका वैसे चाइना के उत्पादों पर कई तरह से निर्भर है। व अब वो चाइना में अपनी कंपनियां पूरी तरह से बंद करने पर विचार कर रहा है।

अगर अमेरिका की संसद में विधेयक पास हो जाता है तो ट्रंप चाइना पर कई ऐसे प्रतिबंध लगा सकते है जो उसके लिए बहुत ज्यादा खतरनाक साबित हो सकते हैं।

अमेरिका (America) व चाइना (China) के बीच के संबंध सबसे बेकार दौर में पहुंच चुके हैं। अमेरिका ने चाइना के विरूद्ध ऐसा स्पेशल प्लान बनाया है.

जिसके तहत चाइना को चारों खाने चित्त करने की प्लानिंग कर ली है। अमेरिका ने एक खास प्लान 18 बनाया है जिससे चाइना का गेम ओवर करने की तैयारी है।

कोरोना को लेकर चाइना संसार के निशाने पर है। कोरोना को लेकर कहे चाइना के एक एक झूठ को लेकर अब अमेरिका समेत संसार चाइना का बॉयकॉट करने पर लगी है।

चाइना से जवाब मांगा जाए व उसकी जवाबदेही तय की जाए। इसके लिए अमेरिका में एक ऐसा प्लान बनाया गया जिसमें उसने हिंदुस्तान के साथ की भी बात कहीं है।

अमेरिका के सांसद थॉम तिलिस ने चाइना के विरूद्ध 18 प्वाइंट प्लान तैयार किया है। इस प्लान के जरिए चाइना के झूठ को पूरी संसार के सामने लाया जा सकेगा।

अमेरिका में चाइना के विरूद्ध बिल भी पेश किया जा चुका है। जिससे चाइना के विरूद्ध कड़े प्रतिबंध लगाने के अधिकार डोनल्ड ट्रंप के पास होंगे।