चीन में वीगर मुस्लिमों के हाई टेक सर्विलांस, जबरन कार्य कराने और मनमाने तरीके से लोगों को हिरासत में रखने और मानवाधिकार के उल्लंघन में भागीदार होने की वजह से 9 कम्पनियों पर बैन लगाए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि कोविड-19 महामारी को लेकर अमेरिका और चीन एक दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं। अमेरिका का कहना है कि चीन ने कोविड-19 महामारी को लेकर सूचना छिपाई और इसकी वजह से विश्व में कोविड-19 महामारी फैली।
कोविड- 19 संकट को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप और बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने चीन को झटका दिया है। यूएसए ने चीन की 33 कम्पनियों और अन्य संगठनों को इकोनॉमिक ब्लैकलिस्ट में डालने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यूएसए के कॉमर्स डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर 33 चीनी कंपनियों और अन्य संगठनों को ब्लैकलिस्ट में डाला जा रहा है।