आदेश से प्रभावित 4 एयरलाइनों में एयर चाइना, चाइना सदर्न एयरलाइंस, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस और जयामी एयरलाइंस शामिल हैं। कोरोना महामारी से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच एक हफ्ते में करीब 325 यात्री उड़ानें भरी जाती थीं।
इनमें यूनाइटेड, डेल्टा और अमेरिकन एयरलाइंस के ओर से संचालित उड़ाने थे। परिवहन विभाग के अनुसार, यूएस वाहकों ने अपनी उड़ानों को रोक दिया है, जबकि चीनी एयरलाइंस ने फरवरी के मध्य में दोनों देशों के बीच सप्ताह में 20 बार उड़ान भरी और मार्च के मध्य तक 34 उड़ान भरी थी।
चीन को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बड़ा झटका दिया है। बता दें कि चीन को लेकर ट्रंप का गुस्सा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ट्रंप का मानना है कि वैश्विक स्तर पर कोरोनावायरस के फैलने के लिए चीन ही जिम्मेदार है।
इससे पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर WHO को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन से भी नाता तोड़ चुके हैं। उनके डब्ल्यूएचओ में चीन 4 करोड़ डॉलर तो अमेरिका 45 करोड़ डॉलर का योगदान देता है, लेकिन इसके बाद भी अमेरिका के अनुरोध पर WHO में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हालाँकि इसके लिए चीन अमेरिका को कसूरवार ठहराता है। इसी क्रम में अमेरिका ने चीन को बड़ा झटका देते हुए 16 जून से चीन से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है। बता दें कि चीन ने पहले ही दोनों देशों के बीच उड़ानों पर रोक लगा रखी है। उधर भारत के साथ भी चीन के युद्ध जैसे हालात बन गए हैं।