इन सभी चीजो के परहेज से कम होगा माइग्रेन का सिरदर्द

माइग्रेन सिरदर्द का एक प्रकार है  यह कई तरह का होता है. सामान्य माइग्रेन में सिरदर्द, उल्टी, चक्कर, लाइट और आवाज के प्रति संवेदनशीलता होती है. कई बार माइग्रेन में नजर के कुछ हिस्से का प्रभावित होना, शरीर के कुछ हिस्से या एक तरफ के हिस्से में झनझनाहट होना  एकतरफा आंख से दिखाई देना कठिन हो जाता है.

क्या इस रोग का उपचार संभव है? ( Migraine Treatment )
माइग्रेन से बचाव  इलाज दोनों संभव है. नियमित दिनचर्या  दवा की पूरी डोज लेकर तकलीफ को अच्छा कर सकते हैं.

क्या यह रोग आनुवांशिक है  गंभीर भी होने कि सम्भावना है?
जी हां, यह आनुवांशिक रोग है. परिवार में कई बार यह बढ़ता जाता है. यह बच्चों में भी होने कि सम्भावना है. उपचार के अभाव में कई बार यह रोग गंभीर हो जाता है. इससे लकवे की स्थिति बनती है.

किन खाद्य पदार्थों से माइग्रेन के दर्द की संभावना बढ़ जाती है? साथ ही क्या खाना चाहिए? ( Home Remedies Migraine In Hindi )
माइग्रेन को बढ़ाने वाले तत्त्व जैसे रात का बचा हुआ बासी और ठंडा खाना, शराब, चॉकलेट, कैंडी, डिब्बाबंद मांसाहार, प्रिजर्व फूड, चाइनीज नूडल्स, पास्ता, चिकन और सोया सॉस आदि माइग्रेन को बढ़ाते हैं. मैग्नीशियम युक्त चीजें खाएं जैसे केला, सूखी खुबानी, बादाम, काजू, ब्राउन राइस, फलियां और बीज वाली चीजें.

क्या जीवनशैली में परिवर्तन कर माइग्रेन से बच सकते हैं? ( How To Prevent a Migraine )
रोगी को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए. नियमित व्यायाम करे. जंकफूड, फास्ट फूड  डिब्बा बंद भोजन से दूर रहना चाहिए. पनीर, चीज, चॉकलेट, नूडल्स, मैगी आदि में पाएं जाने वाले तत्व माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकते हैं इनसे परहेज करें. अधिक खुशबू वाली चीजों से दूर रहें. तेज आवाज और तेज लाइट से दूर रहें  तनाव लेने से बचें. बासी भाेजन न खाएं.माइग्रेन से ग्रसित लोगों को घर का बना खाना खाना चाहिए.