चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को करना होगा ये काम, नहीं होगी कोई रोक टोक

सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि महाकुंभ और चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए केंद्र सरकार की तरफ से जारी हुई गाइडलाइन का पालन करना आवश्यक है। साथ ही कहा कि महाराष्ट्र, गुजराज, मध्यप्रदेश आदि हाई रिस्क वाले राज्य है.

वहां से आने वाले लोगों को बिना कोविड-19 रिपोर्ट के प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, इन राज्यों से चारधाम यात्रा पर आने वालों के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य होगा।

विदित है कि चारधाम यात्रा 14 मई को गंगोत्री व यमनोत्री के कपाट खुलते ही शुरू हो जाएगी। पिछले साल कोविड के चलते काफी समय तक यात्रा रोक दी गई थी।

हालांकि, राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ऑनलाइन बैठक ली। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पूरी कोशिशें की जाएंगी।

बैठक में उन्होंने कहा कि संक्रमित राज्यों के शहरों से आने वाले लोगों के लिए 72 घंटें पूर्व की कोरोना रिपोर्ट अनिवार्य करेंगे। इसके लिए प्लान तैयार किया जा रहा है।

वर्चुअल बैठक के दौरान सीएम तीरथ ने कहा कि चारधाम यात्रा पर कोई रोक-टोक नहीं रहेगी। यात्रा चलती चलती रहेगी। यह बात सही है कि देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना 19 का संक्रमण फैल रहा है।

उत्तराखंड में फिलहाल लाकडाउन नहीं होगा, पर लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेसिंग, मास्क पहनने व बार-बार सेनेटाइज लगाने का पालन करना होगा।

कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रदेश ही नहीं, देश में एक बार फिर बढ़ने लगे है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के साथ राज्य सरकार की भी चिंता बढ़ गई है। तो वहीं, कोविड-19 संक्रमण का खतरा अब महाकुंभ और चारधाम यात्रा पर भी मंडरा रहा है।

हालांकि, प्रदेश सरकार ने महाकुंभ और चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए है। साथ ही कहा है कि चारधाम यात्रा पर कोई रोक टोक नहीं होगी।