अलका लांबा ने सुप्रीम कोर्ट के नियमों का उल्लंघन करते हुए पीड़िता का नाम कर दिया सार्वजनिक

हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद उसे जिंदा जलाने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. इस मामले को लेकर हर कोई गुस्से में है और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है. इसी विषय पर आजतक के शो ‘हल्लाबोल’ में शिरकत कर रहीं कांग्रेस नेता अलका लांबा ने सुप्रीम कोर्ट के नियमों का उल्लंघन करते हुए पीड़िता का नाम सार्वजनिक कर दिया. जब शो की एंकरिंग कर रहीं अंजना ओम कश्यप ने उन्हें इससे बचने को कहा तो वे भड़क गईं और शो का ही बहिष्कार कर दिया.

गौरतलब है कि रेप के मामलों में सुप्रीम कोर्ट के साफ निर्देश हैं कि किसी भी सूरत में सरकार, मीडिया, पुलिस या अन्य के द्वारा पीड़ित महिला का नाम नहीं लिया जाएगा. ये आदेश तबतक लागू रहते हैं जबतक कि संबंधित अदालत खुद ही पीड़ित का नाम सार्वजनिक करने को ना कह दे.

मंगलवार को न्यूज़ चैनल आजतक पर हैदराबाद में हुई घटना के मुद्दे पर बहस की गई. बहस के दौरान कांग्रेस नेता अलका लांबा ने हैदराबाद की पीड़िता का नाम सार्वजनिक किया. अंजना ओम कश्यप ने सवाल पूछ रहे एक दर्शक से गुजारिश की कि वह पीड़िता का नाम ना लें. इसके साथ ही उन्होंने बहस में हिस्सा ले रहे सभी सदस्यों से भी ऐसा ही अनुरोध किया.

जिस दिन का मेरा ये ट्वीट है उस दिन तक सभी नाम ले रहे थे। जब हैदराबाद की लड़की के परिवार की तरफ़ से लोकल प्रशासन ने ये गाइडलाइन जारी किया कि आप नाम नहीं लें और बदला हुआ नाम ‘दिशा’ इस्तेमाल करें तो हमने उसका सम्मान किया। शो में जो हुआ उसका सच ये है ।

 

इस दौरान अंजना ओम कश्यप ने अलका लांबा से भी अपील करते हुए कहा कि वह पीड़िता का नाम ना लें, जो कि उन्होंने बहस की शुरुआत में लिया था. अलका लांबा इसपर भड़क गईं.

अलका लांबा ने दावा किया कि उन्होंने बहस में पीड़िता का नाम लिया ही नहीं. उल्टे वे इस बात पर भी जोर देने लगीं कि आखिर पीड़िता का नाम लेने में बुराई क्या है. उन्होंने इसके लिए निर्भया केस का उदाहरण दिया. अलका लांबा ने इस दौरान चिन्मयानंद के मामले की भी बात की.

इतना कहते हुए अलका लांबा लाइव डिबेट छोड़कर चली गईं, जबकि वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि अलका लांबा ने बहस की शुरुआत में हैदराबाद पीड़िता का नाम लिया था.

गौरतलब है कि हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ पहले रेप किया गया और फिर जिंदा जला दिया गया. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में इंसाफ के लिए देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं.