अखिलेश यादव ने भाजपा को घेरा, कह डाली ये बात

तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। बताया जा रहा है कि बुधवार को भाजपा प्रदेश मंत्री अमित बाल्मीकि दिल्ली से गाजियाबाद आ रहे थे।

इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता उनका स्वागत करने के लिए यूपी गेट पहुंचे गए। यूपी गेट पर समर्थकों के स्वागत करने के दौरान आंदोलनकारी किसानों ने उनके काफिले पर हमला बोल दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए। आंदोलन स्थल के अंदर भाजपा कार्यकर्ता और किसानों के बीच मारपीट हो गई।

वहीं, इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों से कुछ लोग बीजेपी के झंडे लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर आ रहे हैं। वे यहां हिंसा शुरू करना चाहते हैं।

आज वे मंच पर गए, जहां नारेबाजी की गई और पथराव शुरू कर दिया। वो अपने झंडे यहां छोड़े और भाग गए, इसका मतलब है कि उन्हें पैसे देकर यहां भेजा गया था।

उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से भी कई लोग जख्मी हुए हैं। हमनें पुलिस में शिकायत की है। टिकैत का आरोप है कि पुलिस इसकी जांच नहीं कर रही है। हम चाहते हैं कि उनकी गिरफ्तारी हो।

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट करते हुए कहा, ‘आज गाजीपुर बार्डर पर कुछ लोगों ने जिस तरह तोड़फोड़ कर किसानों व किसान नेताओं को बदनाम करने की साज़िश है, वो खेल अब देश-प्रदेश की जनता समझ चुकी है। किसानों को बदनाम करके भाजपा के हाथ सालों तक कुछ नहीं आने वाला। ये भाजपा की हताशा का वीभत्स रूप है। #किसान #नहीं_चाहिए_भाजपा’

यूपी के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प को लेकर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा, ‘किसानों को बदनाम करके भाजपा के हाथ सालों तक कुछ नहीं आने वाला।

ये भाजपा की हताशा का वीभत्स रूप है।’ दरअसल, कृषि कानून के विरोध में पिछले काफी समय से गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की झड़प बुधवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं से हो गई।

हंगामे और मारपीट की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल भी पहुंच गया। हालात इतने खराब होते गए कि बीजेपी नेता की गाड़ी को वहां से निकालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।