अखिलेश यादव ने ट्वीट में उस वीडियो को शेयर किया है, जिसमें महिला पुलिस बल द्वारा महिला विधायक को खींचते हुए ले जाया जा रहा है। बता दें, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक का मंगलवार को विपक्ष ने सदन में जमकर विरोध किया।
जबरदस्त हंगामे के बाद सदन स्थगित कर दिया गया। विधानसभा में 4:30 बजे के बाद सदन की कार्यवाही होनी थी, लेकिन उससे पहले आरजेडी समेत तमाम विपक्ष के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के गेट पर बैठ गए।
अध्यक्ष को बंधक बना लिया, जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाना पड़ा। पुलिस ने विधायकों को बारी-बारी से वहां से हटाया। महिला पुलिस बल द्वारा महिला विधायकों को भी हटाया गया।
इस दौरान सड़क पर गिरे विधायक सत्येंद्र ने आरोप लगाया कि डीएम के कहने पर उनके साथ मारपीट की गई। छाती पर बूट रख कर मारा गया है। विधायक का कहना है कि उनकी छाती पर चोट लगी है। उन्होंने कहा कि ये ज्यादती नहीं, लोकतंत्र की हत्या है।
बिहार विधानसभा में मंगलवार को हंगामे के बाद विधायकों को घसीट-घसीट कर बाहर निकाले जाने और पुलिस द्वारा पिटाई की समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निंदा की है।
अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में लोकतंत्र पर कातिलाना हमला हुआ है। अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट में लिखा, ‘बिहार विधानसभा में सशस्त्र बलों द्वारा विधायकों पर हमला आपराधिक कृत्य है.
सड़क पर बेरोज़गार युवाओं पर भी जो हमले हुए वो दिखाते हैं कि सत्ता मिलने के बाद भाजपाई सरकारें जनता को क्या समझती हैं. निंदनीय! बिहार में लोकतंत्र पर कातिलाना हमला हुआ है।’