बैंक ने कहा कि जमाकर्ताओं को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। वहीं बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी महाबलेश्वर एम.एस. ने एक बयान में कहा, ‘हम बैंक की आंतरिक नीति के तहत संपत्तियों पर भारित जोखिम के लिए पूंजी पर्याप्तता अनुपात रिजर्व बैंक द्वारा तय सीमा से ऊपर बनाए हुए हैं। ऑडिट की गई बैलेंस शीट के हिसाब से 31 मार्च 2019 को यह अनुपात 13.17 प्रतिशत था।’
नोटबंदी के बाद से बैंको की हालत खस्ता होने लगी है. आपको बता दें कि पंजाब ऐंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक और यस बैंक के डूबने के कगार पर पहुंचने के बाद कर्नाटक बैंक के ग्राहकों की चिंता बढ़ गई है।
कर्नाटक बैंक ने जमाकर्ताओं को उनके पैसे की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त करते हुए बुधवार को कहा कि उसका आधार मजबूत है और उसके पास जरूरत के लिए पूंजी पर्याप्त मात्रा में है।