मानवाधिकार आयोग की सख्‍ती के बाद जागा लखनऊ नगर निगम, शुरू किया ये काम

लखनऊ में आवारा कुत्तों के हमले में मासूम की मौत और उसकी बहन के घायल होने के मामले में हाईकोर्ट और मानवाधिकार आयोग की सख्ती के बाद जागे नगर निगम की पांच टीमें कुत्तों को पकड़ने में जुट गई हैं।

इन टीमों ने अब तक बच्चों पर हमला करने वाले आदमखोर कुत्तों सहित कुल 48 कुत्तों को पकड़ लिया है। लखनऊ के नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने एएनआई को बताया, ‘हमने उस जगह पर 5 टीमों को नियुक्त कर दिया हैं। टीमों के द्वारा लगातार आदमखोर कुत्तों को पकड़ा जा रहा है।’ बता दें कि बुधवार को लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के मुसाहिबगंज में आवारा कुत्तों ने दो बच्चों को बुरी तरह से नोंच डाला था। दोनों बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां 5 साल के मासूम की मौत हो गई जबकि 7 साल की बहन बुरी तरह घायल है।

इस मामले का इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने गुरुवार को स्वत: संज्ञान लिया। अदालत ने राज्य सरकार, नगर आयुक्त व जिलाधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने सीएमओ को मौत से जूझ रही बच्ची का मुफ्त इलाज करने का निर्देश भी दिया। कोर्ट ने केजीएमयू वीसी को भी आदेशित किया है कि बच्ची का इलाज अपनी देखरेख में कराएं। मामले की अगली सुनवाई 19 अप्रैल को होगी। इसके साथ ही मानवाधिकार आयोग ने भी जिला प्रशासन से जवाब तलब किया है।

यह आदेश जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की पीठ ने अखबारों में घटना के बारे में छपी खबरों का स्वत: संज्ञान लेकर पारित दिया। कोर्ट ने कहा कि इससे दर्दनाक घटना और क्या हो सकती है, जिसमें मासूम की जान गयी और बहन मृत्यु से संघर्ष कर रही है। कोर्ट ने अपर महाधिवक्ता कुलदीप पति त्रिपाठी से कहा कि वह तत्काल सरकार और अन्य विभागों को अदालत की संजीदगी के बारे में अवगत करायें।