ग्लेशियर टूटने के बाद सेना ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन, 4 से 5 जगहों पर फटी सड़के

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का ने बताया है कि गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस मसले पर संज्ञान लिया है और आवश्यक मदद करने का आश्वासन दिया है. सेना और उत्तराखंड डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम में आपस में कोआर्डिनेशन किया जा रहा है.

सेना और उत्तराखंड डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम में आपस में कोआर्डिनेशन किया जा रहा है. इस घटना के बाद से ही ऋषिकेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.

आजतक को मिली जानकारी के अनुसार ये हिमस्खलन सुमना से चार किलोमीटर आगे सुमना रिमखिम सड़क के पास हुआ है. ये घटना जोशीमठ-मलारी-गिरथिड़ोबला-सुमना-रिमखिम अक्ष पर शुक्रवार के दिन शाम के करीब 4 बजे घटी है.

बीते पांच दिनों से लगातार यहां भारी बारिश और बर्फवारी हो रही है. 4 से 5 जगहों पर सड़क कट गई है. इस घटनास्थल के पास ही सेना और मजदूरों के कैंप है जो सड़क बनाने के लिए वहां रहते हैं.

इसे लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी सूचना देते हुए ट्विटर पर लिखा है कि ”नीती घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है. इस संबंध में मैंने एलर्ट जारी कर दिया है.

मैं निरंतर जिला प्रशासन और बीआरओ के सम्पर्क में हूँ. जिला प्रशासन को मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दे दिए हैं. एनटीपीसी एवं अन्य परियोजनाओं में रात के समय काम रोकने के आदेश दे दिए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना ना होने पाये.”

भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड ने कहा है कि चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने के बाद वहां फंसे 291 लोगों को अबतक बचाया गया है. ये लोग जोशीमठ के सुमना इलाके में बने BRO कैंप में थे और बर्फबारी के दौरान हुए भूस्खलन की चपेट में आ गए थे. सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन वहां जारी है.

चमोली के सुमना में ग्लेशियर टूट गई है. मिली जानकारी के अनुसार भारत-चीन सीमा के पास स्थित नीती घाटी के सुमना क्षेत्र में ITBP की बटालियन की पोस्ट के पास ही एक ग्लेशियर टूटा है.